मध्य प्रदेश उपचुनाव (MP By-election Result 2020) के 28 विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना का दौर जारी है. रुझान साफ बता रहे हैं कि बीजेपी आगे है. जबकि कांग्रेस बीजेपी के मुकाबले काफी पीछे है. अब तक जो रुझान सामने आया है, इनमें बीजेपी बढ़त बनाए हुए और लगातार बढ़त का सिलसिला जारी है. अब तक 20 और कांग्रेस 7 स्थानों पर आगे चल रही है. जबकि 1 अन्य आगे है. अब इस रुझान के सामने पर आने पर एक तरफ जहां पर बीजेपी खेमा खुश नजर आ रहा है. वहीं, कांग्रेस में धीरे-धीरे सन्नाटा पसरने लगा है. इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamal Nath) का एक बयान सामने आया है. कमलनाथ ने कहा कि, प्रजातंत्र में मतदाताओं का जो भी निर्णय होता है वो स्वीकार करते हैं. जैसे नतीजे आएंगे हम उसे स्वीकार करेंगे.
एमपी उपचुनाव को लेकर कलनाथ को बड़ी उम्मीदें थी. इस चुनाव में जादुई आंकड़ा पाने के लिए कांग्रेस को कम से कम 20 सीटें जीतने की उम्मीद थी. लेकिन रुझान कुछ और ही गणित बता रहे हैं. दरअसल कमलनाथ ने राज्य में सत्ता में वापसी करने के लिए उपचुनावों में जोरदार प्रचार किया था क्योंकि नंबर गेम के मुताबिक पार्टी को कम से कम 22 सीटें जीतनी थीं लेकिन मतगणना के रुझान के मुताबिक पार्टी दोहरे अंक के आंकड़े पर भी नहीं पहुंच पाई है. जो दर्शा रहा है कि एमपी कांग्रेस के हाथ नहीं आने वाली है. वैसे पूरी तरह से काउंटिंग होने के बाद ही क्लियर होगा कि किस दल को कितनी सीटें मिली हैं.
Madhya Pradesh: BJP workers & supporters celebrate outside party office in Indore as latest trends show BJP leading in state assembly by-polls counting pic.twitter.com/hnEsPKTdMv
— ANI (@ANI) November 10, 2020
दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के बीजेपी दफ्तर में मिठाइयां बंटने लगी हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर जनता का आभार भी व्यक्त कर दिया है. उसके साथ ही पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ने लगा है. बीजेपी अब जश्न के माहौल में नजर आ रही है. MP By Election Result 2020: मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के रुझान में BJP और कांग्रेस के ये नेता हैं आगे.
एक झटके में चली गई थी कमलनाथ की कुर्सी
एक दौर था जब कांग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया की गिनती कद्दावर नेताओं में की जाती थी. लेकिन पार्टी के अंदरूनी कलह के बाद जो विस्फोट हुआ उसमें बगावत की रणभेरी बज गई. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 25 विधायकों के साथ पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया. जिसके बाद कमलनाथ की सरकार गिर गई थी. उपचुनाव में कमलनाथ को एक उम्मीद की किरण नजर आई थी.
विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए कांग्रेस को मध्य प्रदेश की सभी 28 सीटें जीतने की जरूरत थी. दूसरी ओर सत्तारूढ़ बीजेपी को 116 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए केवल 9 सीटों की जरूरत है. लेकिन रुझान बता रहे हैं कि बीजेपी अब और भी मजबूत हो गई है. फिलहाल 230 सदस्यों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में अभी बीजेपी के पास 107 विधायक, कांग्रेस के पास 88, बसपा के पास 2, सपा के पास 1 और निर्दलीय 4 विधायक हैं.