व्लादिवोस्तोक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार को ईस्टर्न इकोनोमिक फोरम (Eastern Economic Forum) से कहा कि भारत रूस (Russia) के सुदूर पूर्वी क्षेत्र (Far East) के विकास में उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा. इसके तहत भारत रूस को फार ईस्ट के विकास के लिए 1 बिलियन डॉलर का कर्ज मुहैया कराएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के सुदूर पूर्व के साथ भारत के संबंधों को बढ़ावा देने के लिए ‘एक्ट फार ईस्ट’ नीति की शुरुआत की है. रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र के साथ गतिविधियों को मजबूत बनाने के इरादे से यह नीति लायी गयी है. पांचवें पूर्वी आर्थिक मंच (ईईएफ) के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमने रूस के साथ मिलकर संबंधों को सरकारी दायरे से बाहर लाकर प्राइवेट इंडस्ट्री के बीच ठोस सहयोग तक पहुंचाया है. मेरी सरकार पूर्व की ओर कार्य करो (एक्ट ईस्ट) की नीति पर सक्रियता से काम कर रही है. यह हमारी आर्थिक कूटनीति को एक नया आयाम देगी.
उन्होंने आगे कहा कि हम अपने संबंधों को राजधानियों के बाहर, राज्य और क्षेत्र तक ले गए हैं. हमने क्षेत्र में सहयोग को अपनी स्पेशल एंड प्रेवीलेज स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप के सांचे में ढाला है. हम मिलकर स्पेस की दूरियां भी पार करेंगे और समंदर से समृद्धि भी लाएंगे.
PM Narendra Modi at 5th Eastern Economic Forum: For the development of Far East, India will give line of credit worth US$ 1 Billion. My govt has actively engaged East Asia as part of its 'Act East' policy. This will also give a new dimension to our economic diplomacy. #Russia pic.twitter.com/tMWmcinh4P
— ANI (@ANI) September 5, 2019
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा “भारत में भी हम सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र के साथ एक नए भारत के निर्माण में जुटें हैं. 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनाने के अभियान में भी हम जी-जान से जुटे हैं.”