40 वर्षीय कपड़ा व्यापारी ने एक महिला के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि वह उसे डेटिंग सेवाएं देने के बहाने उससे लाखों रुपये की धोखाधड़ी की है. दो महीने में शख्स के साथ 15 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी हुई. पुलिस को संदेह है कि यह एक बड़ा रैकेट हो सकता है जिसमें कई और पीड़ित भी शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता दहिसर पूर्व में अंबावाड़ी का निवासी है और विले पार्ले में एक कपड़े की दुकान चलाता है. अपनी शिकायत में उन्होंने पुलिस को बताया कि उसने ऑनलाइन एक विज्ञापन देखा था, जिसमें दावा किया गया था कि वे लोगों के लिए डेट्स खोजने में मदद करेंगे. यह भी पढ़ें: साइबर क्राइम : 8,700 से ज्यादा व्यापारियों ने मिलकर ऐसे लगाया 262 करोड़ रुपये का चूना
इसके बाद पीड़ित ने वेबसाइट पर मौजूद नंबर पर संपर्क किया. एक महिला ने फोन उठाया और अपना नाम सोनाली बताया. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "सोनाली ने उस आदमी से कहा कि इस सेवा का लाभ उठाने के लिए उसे सदस्यता शुल्क देना होगा, जिसके बाद उसे कई महिलाओं के संपर्क कॉन्टैक्ट उपलब्ध कराए जाएंगे."
3 जून से 22 अगस्त के बीच सोनाली और कई अन्य लोगों ने पीड़ित से संपर्क किया और महिलाओं से मिलाने के बहाने उसे पेटीएम, गूगल पे और बैंक ट्रांसफर के जरिए 15.05 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए मजबूर किया. जब उसने सारे पैसे खो दिए तो उसे समझ आया उसे बेवकूफ बनाया गया है, जिसके बाद उसने पुलिस से संपर्क किया. 23 सितंबर को, विले पार्ले पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 34 (सामान्य इरादे में कई व्यक्तियों द्वारा कृत्य), 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी), भारतीय दंड संहिता 420 (धोखाधड़ी), और धारा 66 सी (punishment for identity theft) और 66 डी (कंप्यूटर संसाधन का उपयोग करके व्यक्ति द्वारा धोखाधड़ी) की धाराएं लगाई. पढ़ें: दिल्ली: साइबर ठगों ने AIIMS के बैंक खाते को बनाया निशाना, 12 करोड़ रुपये किए गायब, मामला दर्ज
पुलिस ने बताया,“पीड़ित ने हमें वो मोबाइल नंबर्स दिए हैं, जिनका इस्तेमाल सोनाली और अन्य लोग पीड़ित से संपर्क करने के लिए करते थे और बैंक खातों डिटेल्स भी दिए जिसमें पैसे जमा करने के लिए कहा जाता था. जब भी इंटरनेट पर ऐसे विज्ञापन दिखाई देते हैं, नागरिकों को उनसे सतर्क रहना चाहिए.