Omicron का खतरा, शादी, स्कूल और बाजारों को लेकर फिर बनेंगे नियम? पढ़ें केंद्र ने राज्यों से क्या कहा
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: PTI)

देश में ओमिक्रॉन (Omicron) के मामलों में बढ़ोतरी जारी है. कोरोना (COVID-19) के नए वेरिएंट के मामले देश के 14 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में सामने आ चुके हैं. देश में यह आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया है. इस बीच केंद्र ने ओमिक्रॉन के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को संक्रमण को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. Omicron: क्या ओमिक्रॉन के कहर से अमेरिका में लगेगा लॉकडाउन? जानें भारत में क्या है स्थिति.

केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट की तुलना में कम से कम तीन गुना अधिक संक्रामक है. केंद्र ने कहा कि आपातकालीन संचालन केंद्रों को सक्रिय किए जाने के साथ ही जिला एवं स्थानीय स्तर पर सख्त एवं त्वरित रोकथाम कार्रवाई की जानी चाहिए.

  • केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने, बड़ी सभाओं का सख्त नियमन, शादियों और अंतिम संस्कार कार्यक्रमों में लोगों की संख्या कम करने जैसे रणनीतिक निर्णय को लागू करने की सलाह दी है.
  • केंद्र सचिव कोरोना पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए जिला स्तर पर कंटेनमेंट जोन बनाने, कंटेनमेंट जोन की सीमा तय करने, नए मामलों की लगातार समीक्षा करने, अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने जैसे जरूरी कदमों को उठाने की सलाह दी है. केंद्र ने कहा है कि इस तरह की रणनीति से राज्य के बाकी हिस्सों में संक्रमण फैलने से पहले ही स्थानीय स्तर पर काबू में हो जाएगा.
  • केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से बेड की संख्या बढ़ाने, एंबुलेंस और ऑक्सीजन, दवाओं का स्टॉक और अन्य मशीनरी बढ़ाने की भी सलाह दी है.
  • केंद्र ने कहा कि, वार रूम/ईओसी (आपातकालीन संचालन केंद्र) को सक्रिय करें और सभी स्थिति तथा वृद्धि का विश्लेषण करते रहें, चाहे वह कितनी भी छोटी क्यों न हो और जिला/स्थानीय स्तर पर सक्रिय कार्रवाई करें. क्षेत्र के अधिकारियों के साथ नियमित समीक्षा और इस संबंध में सक्रिय कार्रवाई निश्चित रूप से संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करेगी.’’
  • केंद्र ने कहा कि कोविड पॉज़िटिव मामलों के सभी नए समूहों के मामले में, "कंटेनमेंट जोन", "बफ़र ज़ोन" की त्वरित अधिसूचना की जानी चाहिए और मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार कंटेनमेंट जोन की परिधि पर सख्त नियंत्रण सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
  • केंद्र ने कहा कि सभी क्लस्टर सैंपल्स को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए इंसाकॉग प्रयोगशालाओं को बिना किसी देरी के भेजा जाना चाहिए.
  • केंद्र ने राज्यों से 100 फीसदी वैक्सीनेशन पर फोकस करने के लिए कहा है.

सावधानी से होगी सुरक्षा

कोरोना से बचने के लिए कोरोना उपयुक्त व्यहार का पालन करें. तमाम तरह की सावधानियां बरतें. मास्क अवश्य लगाएं और सही तरीके से लगाएं. अगर आपने अभी तक वैक्सीन की दोनों डोज नहीं ली हैं तो जल्द से जल्द यह काम करें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. घर, ऑफिस और अन्य जगहों पर अधिकतम वेंटिलेशन बनाए रखें.