नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) संकट के बीच देश के कई राज्यों में पाकिस्तान (Pakistan) से आए टिड्डी (Tiddi Dal) दल का आतंक है. दुनिया की सबसे पुरानी प्रवासी कीट टिड्डियों (Locust) ने राजस्थान (Rajasthan) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में जमकर कहर बरपाया है. टिड्डियां अब उत्तर भारत के किसानों के लिए चिंता का कारण बन चुकी है. खबरों के अनुसार, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर हवा के पैटर्न में बदलाव होता है, तो वर्तमान में राजस्थान (Rajasthan) में दौसा (Dausa) और करौली (Karauli) जिलों में आने वाली टिड्डियां दिल्ली (Delhi) का रुख कर सकती है.
मिली जानकारी के मुताबिक टिड्डी दल अभी गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है. खतरे को देखते हुए अब राष्ट्रीय राजधानी को भी अलर्ट पर रखा गया है. अमूमन टिड्डी दल जून से नवंबर तक भारत के सीमावर्ती इलाकों में सक्रीय रहते है. हालांकि इस साल पहली बार देश में टिड्डियों ने 11 अप्रैल में ही घुसपैठ की. टिड्डी दल का आक्रमण: पाकिस्तान से आए टिड्डियों का राजस्थान और मध्य प्रदेश में कहर, देंखें वीडियो
फसल नष्ट करने वाले इन कीड़ों का झुंड सोमवार को जयपुर के शहरी हिस्सों में उड़ता दिखा. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मौसम विभाग (आईएमडी) के वैज्ञानिकों ने कहा है कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के कारण इस साल हवाएं बहुत अनपेक्षित हैं. नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा- टिड्डी से निपटने के लिए ब्रिटेन से मंगाई जा रही हैं नई मशीनें
पाकिस्तानी टिड्डी दल का हमला:
उधर, कई जगहों पर फसलों को टिड्डियों से बचाने के लिए कीटाणुनाशक का छिड़काव किया जा रहा है. देश में पिछले वर्ष के अंत में गुजरात और राजस्थान में टिड्डियों के दल ने हमला किया था, जबकि बीते फरवरी महीने में भी टिड्डियों ने पंजाब में फसलों को तबाह कर दिया था. हर साल सीमा पार से टिड्डी दल लाखों-करोड़ों की संख्या में आते हैं और फसलों को चट कर जाते है.