केरल में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के एक और केस की पुष्टि हुई है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने इसकी जानकारी दी. इसी के साथ देश में अब इस वायरस से संक्रमण के दो मामले सामने आ चुके हैं. मंकीपॉक्स का पहला मामला भी केरल से ही सामने आया था. पहला संक्रमित संयुक्त अरब अमीरात से आया था, वहीं दूसरे केस की ट्रैवल हिस्ट्री अभी साफ नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया, "संक्रमित पाया गया 31 वर्षीय व्यक्ति कन्नूर का है और उसका इलाज परियारम मेडिकल कॉलेज में जारी है. मरीज का स्वास्थ्य अभी ठीक है. जो भी उसके संपर्क में थे, उनकी निगरानी शुरू कर दी गई है."
केरल में दूसरा मामला
"The second positive case of Monkey Pox in Kerala has been confirmed in Kannur District," confirms State Health Ministry
— ANI (@ANI) July 18, 2022
बता दें कि देश में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंकीपॉक्स रोग के मैनेजमेंट के लिए दिशानिर्देश जारी किया है. मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, विदेश से आए लोगों को बीमार लोगों के साथ निकट संपर्क से बचना चाहिए. इसके अलावा मृत या जीवित जंगली जानवरों और अन्य लोगों के संपर्क में आने से भी बचना चाहिए.
मंकीपॉक्स के लक्षण
इस संक्रमण की चपेट में आने के एक या दो हफ्ते बाद बुखार, सिर में दर्द, कोशिकाओं के छोटे या गोलाकार समूह में सूजन और हड्डियों में दर्द के लक्षणों के साथ संक्रमण फैलता है. इसमें आम तौर पर बुखार आने के एक से तीन दिनों में त्वचा पर दाने निकल आते हैं, खासतौर से चेहरे, हाथों और पैर पर.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) यानी डब्ल्यूएचओ (WHO) के मुताबिक, मंकीपॉक्स कोई नया वायरस नहीं है, क्योंकि इंसानों में इसका पहला केस साल 1970 में सामने आया था और अब एक बार फिर से इस वायरस से संक्रमित मरीज दुनिया के कई देशों से मिलने लगे हैं.