केरल (Kerala) में मूसलाधार बारिश (Heavy Rainfall) के चलते आई बाढ़ (Flood In kerala) से हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है और हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. राज्य में मूसलाधार बारिश, बाढ़ (Flood) और भूस्खलन (Landslide) के चलते मरने वालों की तादात बढ़ती जा रही है. केरल के 14 जिलों में 8 अगस्त से 12 अगस्त 2019 के बीच 85 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 53 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं. तकरीबन 32 लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. राज्य के मलप्पुरम में 29 लोगों की मौत हो गई है, जबकि यहां 45 लोग मिसिंग बताए जा रहे हैं. इसके अलावा कोझीकोड़ मे 17 और वायनाड में 12 लोगों की मौत हो गई है.
सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार 8 अगस्त से 12 अगस्त 2019 की रात नौ बजे तक केरल के 14 जिलों में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 85 तक पहुंच गया है, जबकि राज्य में अब तक 53 लोग लापता है. बाढ़ से सबसे ज्यादा मलप्पुरम, कोझीकोड़ और वायनाड़ के लोग प्रभावित हुए हैं.
केरल में बाढ़ से भारी तबाही-
85 people have died in 14 districts of #Kerala between 8th & 12th August due to floods; 53 reported missing pic.twitter.com/7HFCJLpy5N
— ANI (@ANI) August 13, 2019
हालांकि प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वायनाड में एक राहत शिविर का दौरा किया और बाढ़ व भूस्खलन के कारण बेघर हुए लोगों की पीड़ा सुनी. इसके साथ ही उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से केरल बाढ़ पीड़ितों को फौरन मदद मुहैया कराने की अपील की. यह भी पढें: केरल में बाढ़ का कहर जारी, मृतकों की संख्या 72 के पार- 58 लोग अब भी लापता
गौरतलब है कि केरल में आई बाढ़ के चलते 2, 50,638 लोग प्रभावित हुए हैं. राज्य के 14 जिलों में 1326 राहत शिविर बनाए गए हैं जहां बाढ़ प्रभावितों ने पनाह ली है. बारिश से आई बाढ़ के चलते करीब 838 घर पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं, जबकि 8718 घरों को काफी हद तक नुकसान हुआ है. फिलहाल यहां के लोगों को बारिश से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है, क्योंकि मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, आज भी केरल में बारिश हो सकती है.