भारत सहित दुनिया भर में कोरोना (COVID-19) का कहर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. कोरोना की तीसरी लहर समाप्त होने के बाद पाबंदियों में जैसी ढील दी गई उससे लगा जैसी कोरोना अब हमेशा के लिए चला गया है लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों ने फिर से लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है. दिल्ली समेत देशभर में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. इस बीच भारत में कोरोना वायरस की चौथी लहर की आशंका और तेज हो गई है. Omicron के BA.2 सहित अन्य नए वेरिएंट को लेकर WHO ने चेताया, बताया बचाव के लिए क्या है जरूरी.
इस बीच ओमिक्रॉन (Omicron) के नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं जिससे खतरे की आशंका और बढ़ गई है. दिल्ली-NCR सहित देश के कई हिस्सों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इसी के साथ प्रतिबंधों की वापसी भी हो गई है. वर्तमान स्थिति को देखकर लग रहा है कि कोरोना की चौथी लहर करीब है.
कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी
बता दें कि गणितीय अनुमानों ने पहले संकेत दिया था कि कोरोना की चौथी लहर जून के मध्य में शुरू हो सकती है. आइआइटी कानपुर की टीम के अनुमान के अनुसार चार महीने तक चलने वाली कोरोना की चौथी लहर 22 जून, 2022 से शुरू हो सकती है, जो 23 अगस्त, 2022 को अपने चरम पर पहुंच सकती है और 24 अक्टूबर, 2022 को समाप्त हो सकती है. अनुमानों ने यह भी संकेत दिया था कि चौथी लहर संक्रमण के मामले में दूसरे और तीसरे की तुलना में कम नुकसानदेह होगा.
वहीं इस बीच प्रख्यात वायरोलॉजिस्ट और पूर्व क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) वेल्लोर के प्रोफेसर डॉ टी जैकब जॉन ने मंगलवार को कहा कि भारत में चौथी कोविड -19 लहर की संभावना “बेहद कम” है, लेकिन लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना जारी रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना के मामलों में काबू पाने के लिए जरूरी है कि सभी मास्क पहनें.
WHO का कहना क्या है
WHO की वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा, “आज हमारे पास अच्छी टेस्ट सुविधाएं, टीके और यहां तक कि कुछ उपयोगी दवाएं भी हैं. इसलिए हमें लॉकडाउन जैसे उपाय अपनाने की जरूरत नहीं है." सावधानी बरत कर खतरे को कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा, सरकार मास्क अनिवार्य करे या नहीं... सभी लोगों को मास्क जरूर पहनना चाहिए.