लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पुलिस ने राज्य में वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश के तहत उनका पंजीकरण शुरू करने का निर्णय लिया है. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DJP) ओ.पी. सिंह ने कहा हमने वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण शुरू करने का निर्णय लिया है. पुलिसकर्मी उनके घरों पर जाकर उनके नाम, पता और फोन नंबर लिखेंगे, जिसे हमारे डेटाबेस में रखा जाएगा.
अगर कोई वरिष्ठ नागरिक आपातकालीन नंबर 112 पर कॉल करेगा तो उसका पूरा डेटा पुलिस को तुरंत पता चल जाएगा और जिसके बाद उचित कार्रवाई तत्काल की जा सकती है. कॉल करने वाले की शिकायत दर्ज की जाएगी और उस शिकायत पर हुई कार्रवाई के बारे में सूचित किया जाएगा. पुलिस थानों में अधिकारियों को वरिष्ठ नागरिकों के घरों पर नियमित तौर पर जाने और उनके हालचाल पूछने के निर्देश दिए जाएंगे.
यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ दिया बयान, कहा- अपराधियों में कानून का भय बनाना हमारी प्रमुख नीति
इससे बुजुर्गो में सुरक्षा की भावना पनपेगी. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक असीम अरुण ने इस बीच कहा कि पिछले एक साल में 2.4 लाख वरिष्ठ नागरिकों ने पुलिस से मदद मांगी थी. उन्होंने कहा, "कुछ लोगों ने तो एक से ज्यादा बार पुलिस को कॉल की, जिससे पता चलता है कि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ था. हम अब ऐसे मामलों पर बारीकी से निगरानी रखेंगे."