मुंबई: डोंगरी इमारत हादसे में अब तक 4 लोगों के मौत की पुष्टि, मलबे के नीचे अभी भी दबे है दर्जनों लोग, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
मुंबई के डोंगरी में इमारत ढही (Photo Credits: ANI)

मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के कई इलाकों में आज सुबह से ही तेज बारिश हो रही है. इस बीच डोंगरी इलाके में एक चार मंजिला इमारत के गिरने की खबर आ रही है. बताया जा रहा है कि इसके मलबे के करीब 50 लोग दबे हो सकते है. फिलहाल मौके पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की कई टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच चुकी है. हादसे की शिकार इमारत संकरी गली में होने के कारण बचाव कार्य में कठिनाई हो रही है. वहीं इस हादसे में 12 लोगों के मरने की खबर है. हालांकि 4 लोगों के मरने की पुष्टी हो गई है.

डोंगरी बिल्डिंग हादसे में अब तक मरने वालों के बारे में पुष्टि हुई थी कि तीन लोग मरे हैं. लेकिन एएनआई न्यूज एजेंसी के खबरों के वाले से मरने वालों की संख्या 4 हो गई है. अभी भी घटना स्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू है. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र: पुणे में बारिश से बड़ा हादसा, दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत- रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार डोंगरी में टंडेल मार्ग पर स्थित एक चार मंजिला इमारत केशरबाई सुबह करीब 11 बजकर 40 मिनट पर गिर गई. वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इमारत 100 साल पुरानी थी. राज्य सरकार इसके मरम्मत की योजना बना रही थी.

यह इमारत अब्दुल हमीद शाह दरगाह के पीछे है और काफी पुरानी बताई जा रही है. हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की कई गाडियां पहुंची. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार एनडीआरएफ भी राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है. उनके साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे हैं और मलबा हटाने में मदद कर रहे हैं. एम्बुलेंस मौके पर नहीं पहुंच पा रही है, उसे 50 मीटर की दूरी पर खड़ा करना पड़ा. इस इमारत का मालिकाना हक महाराष्ट्र आवास एवं विकास प्राधिकरण के पास है.

देखें घटनास्थल के हालात-

बताया जा रहा है कि इस इमारत में करीब 15 परिवार रहते थे. जबकि इसके नीचे दुकानें भी मौजूद है. स्थानीय लोगों की मानें तो इमारत का आधा हिस्सा जर्जर हो गया था, जिसके गिरने की पहले ही आशंका जताई जा रही थी. बता दें कि मुंबई के डोंगरी इलाके में बारिश के दौरान जर्जर हो चुकी इमारतों का गिरने का यह कोई पहला मामला नहीं है. लगभग हर मानसून में इस इलाके में इस तरह के हादसे होते रहते है.