पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तटीय क्षेत्र पर प्रचंड चक्रवाती तूफान बुलबुल (Cyclone Bulbul) ने अपनी दस्तक दे दी है. जगह-जगह तेज बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं. चक्रवाती तूफान बुलबुल का असर अब कोलकाता में दिखने लगा है. चक्रवाती तूफान बुलबुल की प्रचंडता को देखते हुए एहतिहातन कोलकाता हवाईअड्डे पर संचालन बंद कर दिया गया था. लेकिन अब खबर ये है कि परिचालन को फिर शुरू कर दिया गया है. सुरक्षा लिहाज से कोलकता में चलने वाली फेरी को भी बंद किया गया है. साउथ परगना में तेज हवाएं चल रही हैं. स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखा गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक दो लोगों की मौत की खबर भी आ रही है, फिलहाल कोई अधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर लोगों से कहा था, जनता को घबराने के जरूरत नहीं. हमारा राज्य प्रशासन स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है. हम पूरी तरह से मुस्तैद हैं. बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद स्थिति की निगरानी कर रही हैं. खबर के मुताबिक तट से तटराने के बाद बुलबुल पश्चिम उत्तर दिशा में पड़ोसी देश में सुंदरबन की डेल्टा से गुजरेगा. टकराने के बाद इसकी गति कम होने की उम्मीद है. तूफान के मद्देनजर तटीय क्षेत्र में निचले इलाकों में रहने वाले एक लाख 64 हजार 315 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चूका है.
साउथ परगना में तकरीबन 200 लोगों को सुरक्षित लाया गया
South 24 Parganas: About 200 people have taken shelter at Sagar Pilot Station of Kolkata Port Trust. Villagers belonging to storm stricken villages were served food by the Commander, pilots and staff. #CycloneBulbul #WestBengal pic.twitter.com/iGHOG7ck0d
— ANI (@ANI) November 10, 2019
साऊथ 24 परगना में तेज हवाएं
#WATCH West Bengal: Early morning visuals from South 24 Parganas. #CycloneBulbul pic.twitter.com/ZVW7SSzJbT
— ANI (@ANI) November 10, 2019
यह भी पढ़ें:- Cyclone Bulbul: चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' ने लिया भीषण रूप, निपटने के लिए PMO ने की तैयारियों की समीक्षा
गौरतलब हो कि तूफान बुलबुल के प्रभाव से होने वाले किसी भी तरह की समस्या से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने अपने विमानों और तीन जहाजों को तैयार रखा है. गाल की खाड़ी में तैनात किए गए नौसेना के विमान, मछुआरों को चक्रवाती तूफान को देखते हुए चेतावनी देने के साथ उन्हें करीबी बंदरगाह पर आश्रय दे रहे हैं. वहीं भारतीय नौसेना के तीन जहाजों को राहत साम्रगी के साथ विशाखापत्तनम में तैनात किया गया है, ताकि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके. ( इनपुट एजेंसी)