Cyclonic Storm Bulbul: चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' ने भीषण रूप ले लिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने भारतीय मौसम विभाग (IMD) के हवाले से बताया है कि 'बुलबुल' गुरुवार शाम 5.30 बजे भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में तब्दील हो गया. मौसम विभाग के मुताबिक, ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में इसका तटीय प्रभाव देखे जाने की संभावना है. इससे पहले मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुरुवार रात को चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' के और मजबूत होने की संभावना है. शनिवार को यह और ताकतवर होकर ‘बहुत गंभीर’ श्रेणी में पहुंच जाएगा जिससे समुद्र में स्थिति प्रतिकूल हो सकती है. इसके मद्देनजर मछुआरों को गुरुवार शाम तक तट पर लौटने और अगले आदेश तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है.
उधर, चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' से निपटने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने गुरुवार को तैयारियों की समीक्षा की. चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा चिंता जाहिर किए जाने के बाद पीएम के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिवों के साथ बैठक की. यह भी पढ़ें- Cyclone Maha: अरब सागर में कमजोर हुआ चक्रवाती तूफान 'महा', गुजरात से टला खतरा.
India Meteorological Department (IMD): Cyclonic storm Bulbul intensified into a 'Severe' cyclonic storm at 5:30 pm today. #CycloneBulbul https://t.co/NoKPqIIzZH
— ANI (@ANI) November 7, 2019
बैठक के दौरान डॉ. पीके मिश्रा ने प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए क्या तैयारियां की गईं हैं, इसकी समीक्षा की. बहरहाल, चक्रवात ‘बुलबुल’ के प्रभाव क्षेत्र में हवा की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई और जबकि केंद्र में इसकी गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे है.
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अगर यह बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होता है तो इसकी अधिकतम गति 115 से 125 किलोमीटर प्रति घंटे पहुंच जाएगी और तूफान के केंद्र में गति 140 किलोमीटर प्रति घंटे होगी.