चीन ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए चांद के अंधेरे हिस्से पर अपना अंतरिक्ष यान उतारा है. यह यान मिट्टी और पत्थर के नमूने इकट्ठा करके धरती पर वापस लाएगा. चांद के अंधेरे हिस्से को "अंधेरा" इसलिए कहा जाता है क्योंकि हमेशा पृथ्वी से इसका एक ही चेहरा दिखाई देता है. यह हिस्सा धरती से छिपा रहता है और इसके बारे में बहुत कम जानकारी है. चीन का यह मिशन वैज्ञानिकों को इस अज्ञात क्षेत्र की मिट्टी और पत्थरों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देगा.
चांग'ए 6 मिशन
यह मिशन "चांग'ए 6" नामक चीन के चंद्रमा अन्वेषण कार्यक्रम का छठा मिशन है. यह चांग'ए 5 मिशन के बाद का दूसरा ऐसा मिशन है जिसका उद्देश्य चांद से नमूने लाना है.
क्या होगा नमूनों का?
चांद से लाए गए नमूनों की जांच करने से वैज्ञानिकों को चांद के अंधेरे हिस्से और चांद के ज्ञात हिस्से के बीच के अंतर को समझने में मदद मिलेगी. इससे हमें चांद के निर्माण और विकास के बारे में और जानकारी मिल सकती है.
क्या है "साउथ पोल-एटकिन बेसिन"?
चांग'ए 6 मिशन चांद के "साउथ पोल-एटकिन बेसिन" नामक एक विशाल गड्ढे में उतरा है. यह गड्ढा चांद पर सबसे बड़ा और सबसे प्राचीन क्रेटर है. यहां से प्राप्त नमूने चांद के इतिहास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कर सकते हैं.
यह मिशन चीन की चांद पर अपनी उपस्थिति मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है. चीन पहले ही चांद पर रोवर भेज चुका है और 2030 तक वहां एक स्थायी बेस बनाने की योजना बना रहा है.
क्या है चांग'ए?
"चांग'ए" चीन में चांद की देवी का नाम है. चीन के चंद्रमा अन्वेषण कार्यक्रम का नाम भी चांग'ए के नाम पर रखा गया है. इस मिशन से चांद के बारे में हमारे ज्ञान में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है और हमें अंतरिक्ष में आगे के अन्वेषण के लिए प्रेरित कर सकती है.