Char Dham Yatra Suspended: भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट खुले, कोविड के कारण श्रद्धालु कर सकेंगे सिर्फ वर्चुअल दर्शन
बदरीनाथ धाम (Photo Credits: Twitter)

देहरादून: कोविड-19 (COVID-19) महामारी के कहर के बीच केदारनाथ धाम के बाद मंगलवार को बदरीनाथ धाम के भी कपाट विधि विधान पूर्वक मंत्रोचारण के साथ खुल गए, हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण प्रसिद्ध चारधाम यात्रा स्थगित की गई है. स्थानीय जिलों के निवासी तक भी मंदिरों में नहीं जा सकेंगे. लेकिन फिर भी देशभर के लाखों श्रद्धालु बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के दर्शन वर्चुअल तरीके से कर सकेंगे. उत्तराखंड में कोविड-19 की वजह से लागू कर्फ्यू की मियाद 25 मई तक बढ़ाई गई

उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने ट्वीट कर कहा “भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट आज ब्रह्म मुहुर्त में 4.15 मिनट पर विधि-विधान और धार्मिक अनुष्ठान के बाद कपाटोद्घाटन किया गया. जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है. मैं भगवान बदरी विशाल से प्रदेशवासियों की आरोग्यता की कामना करता हूं.”

उन्होंने आगे कहा “श्री बदरीनाथ धाम के श्रद्धेय रावल (मुख्य पुजारी) श्री ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जी और धर्माधिकारी श्री भुवन चंद उनियाल जी की अगुवाई में तीर्थ पुरोहित सीमित संख्या में मंदिर में भगवान बदरी विशाल की पूजा-अर्चना नियमित रूप से करेंगे. कोरोना महामारी के कारण अस्थायी तौर पर चार धाम यात्रा स्थगित है. मेरा सभी से अनुरोध है कि भगवान के वर्चुअली दर्शन करें तथा अपने घरों में ही पूजा-अर्चना करें और धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन करें. श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.”

चारधाम यात्रा को स्थगित रखने के बावजूद तीर्थ-पुरोहित मंदिरों में नियमित रूप से पूजा-पाठ करेंगे लेकिन श्रद्धालुओं को यहां आने की इजाजत नहीं है. वर्चुअल दर्शन के लिए देवस्थानम बोर्ड ने सारी तैयारियाँ पूरी कर ली है. इसलिए यात्रा स्थगित होने के बावजूद श्रद्धालु बद्रीनाथ केदारनाथ समेत चारों धाम के दर्शन कर सकेंगे. श्रद्धालुओं को वर्चुअल माध्यम से दर्शन हो इसके लिए वेबसाईट तथा अन्य माध्यमों को अपडेट किया जा रहा है.

देवस्थानम बोर्ड ने बताया कि फिलहाल सभी आयोजन सांकेतिक रूप से हो रहे है. सभी आयोजनों में कोरोना बचाव मानकों का पालन किया जाएगा. मास्क लगाना, सोशियल डिस्टेंसिंग, सेनिटाईजिंग, थर्मलस्क्रीनिंग तथा कोरोना जांच को एसओपी के अनुसार अनिवार्य किया जा रहा है. धामों में पूजापाठ से जुड़े लोगों को ही जाने की प्रशासन द्वारा अनुमति दी गयी है.