नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहे दिल्ली (Delhi) के 'बाबा का ढाबा' (Baba Ka Dhaba) के मालिक कांता प्रसाद (Kanta Prasad) ने आत्महत्या की कोशिश की है. हालांकि अभी तक इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मालवीय नगर में लोकप्रिय भोजनालाय ‘बाबा का ढाबा’ चलाने वाले बुजुर्ग कांता प्रसाद को बीती रात बेहोशी की हालत में अस्पताल में एडमिट करवाया गया था. मुश्किल दौर में सोशल मीडिया का दिखा असर: बाबा का ढाबा के मालिक के आंसू मुस्कान में बदले
डीसीपी दक्षिण अतुल ठाकुर ने बताया कि बाबा का ढाबा के मालिक 80 वर्षीय कांता प्रसाद को गुरुवार रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शराब और नींद की गोलियां खाने के बाद वह बेहोश हो गए थे. इस मामले में उनके बेटे का बयान दर्ज किया गया है और जांच चल रही है.
हाल ही में रेस्टोरेंट बंद होने पर बाबा फिर से दक्षिण दिल्ली में स्थित अपने पुराने ढाबे पर लौटे थे. दरअसल नुकसान के चलते कांता प्रसाद द्वारा खोला गया नया रेस्टोरेंट करीब 4 महीने पहले बंद हो गया, जिसके बाद बाबा फिर से अपने ढाबे पर खाना बेचने लगे. बाबा के फिर से पुरानी जगह लौटने पर यूट्यूबर गौरव वासन ने कहा, "कर्म से ऊपर इस दुनिया में कुछ नहीं."
दरअसल, पिछले साल यूट्यूबर गौरव वासन ने बाबा का एक वीडियो बनाकर शेयर किया था, जिसमें कांता प्रसाद ने रोते हुए बताया था कि उनके दो बेटे और एक बेटी है, लेकिन कोई मदद नहीं करता है. वह और उनकी पत्नी दिनभर ढाबे पर खाना बनाकर बेचते हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि रातोंरात बाबा की किस्मत बदल गई. बड़ी संख्या में लोग उनकी मदद के लिए सामने आए और ढाबे पर लंबी कतार लग गई. लोग उनके साथ एक फोटो खिंचाने के लिए उतावले होने लगे थे.
Delhi | Kanta Prasad, 80 y/o owner of 'Baba Ka Dhaba' was admitted to Safdarjung Hospital last night. He had brought in an unconscious condition after he consumed alcohol & sleeping pills. Statement of his son has been recorded for the same. Probe on: DCP South Atul Thakur
— ANI (@ANI) June 18, 2021
हालांकि बाबा ने मिली आर्थिक मदद से अपना एक नया रेस्टोरेंट खोल लिया, जिसमें 2 शेफ और एक हेल्पर को नौकरी मिली. लेकिन कमाई से ज्यादा नुकसान के चलते रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा. कांता प्रसाद ने इस रेस्टोरेंट को खोलने के लिए डेढ़ लाख से अधिक रुपये खर्च किए थे. फिलहाल उनके पुराने ढाबे पर भी लोग कम आ रहे हैं.
दरअसल, जिस वीडियो के चलते लोग बाबा की मदद करने के लिए टूट पड़े थे, उसे बनाने वाले यूट्यूबर गौरव से बाबा की अनबन हो गई थी. बाबा ने बाद में गौरव पर धोखाधड़ी का केस दायर कर दिया. इतना ही नहीं, बाबा कांता प्रसाद ने आरोप लगाया कि गौरव ने लोगों से उनके नाम पर बड़ी रकम जुटाई, लेकिन उन्हें कुछ ही हिस्सा दिया था. हालांकि कुछ दिन पहले ही बाबा ने यूट्यूबर पर लगाये गए आरोपों को गलत बताते हुए माफी मांगी थी.