HIV From Tattoo, नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) में टैटू (Cheap Tattoos) बनवाने के बाद एचआईवी से संक्रमित (HIV Positive) लोगों के मामले सामने आए हैं, जिसके बाद अधिकारियों ने सस्ते टैटू पार्लर के बारे में चेतावनी दी है. Maharashtra: प्रसव के बाद महिला को छोड़कर सुबह की सैर पर निकल गई डॉक्टर, खून की कमी के चलते मौत
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल की डॉ. प्रीति अग्रवाल के अनुसार, सावधानीपूर्वक जांच और परामर्श के बाद पता चला कि कई एचआईवी रोगियों ने टैटू बनवाए थे, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. मामले में आगे की जांच जारी है.
बीमार पड़ने वाले 14 लोगों में बड़ागांव का 20 वर्षीय व्यक्ति और नगमा की 25 वर्षीय महिला शामिल हैं. वायरल टाइफाइड मलेरिया सहित कई परीक्षण किए गए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. जब बुखार कम नहीं हुआ, तो उनका एचआईवी परीक्षण किया गया, जिसके सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
जांच के बाद, यह पाया गया कि HIV पॉजिटिव ये रोगी यौन संबंध या संक्रमित रक्त के संपर्क में नहीं आए थे. सभी रोगियों के बीच एक बात समान थी कि उन्होंने हाल ही में टैटू बनवाए थे.
इन सभी HIV संक्रमित व्यक्तियों ने एक ही व्यक्ति से टैटू बनवाया था, जिसने उन सभी पर एक ही सुई का इस्तेमाल किया था. डॉ. अग्रवाल के अनुसार, टैटू की सुइयां महंगी होती हैं इसलिए टैटू कलाकार अक्सर पैसे बचाने के लिए उन्हीं सुइयों का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने सलाह दी कि टैटू बनवाने से पहले हमेशा जांच लें कि सुई बिल्कुल नई है या नहीं.
एंटी रेट्रो वायरल ट्रीटमेंट सेंटर की काउंसलर सुषमा तिवारी ने बताया कि टैटू बनाने वाली सुई काफी महंगी होती है. इसलिए मेलों आदि में टैटू बनाने वाले अधिकतर खर्चा बचाने के लिए एक ही सुई से कई लोगों का टैटू बनाते हैं. ऐसे में अगर किसी एक व्यक्ति को एचआईवी संक्रमण है तो बाकी सभी दूसरे लोगों को उसी सुई से संक्रमण पहुंच जाता है. ऐसे में युवाओं से अपील है कि टैटू बनवाते वक्त सुई और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.