तिरुवनंतपरुम, 5 अगस्त : केरल के विभिन्न हिस्सों में जारी भारी बारिश के मद्देजनर राज्य सरकार ने लोगों को पशुजन्य (जूनोटिक), मच्छर जनित, हवा और पानी से होने वाले विभिन्न संक्रामक रोगों के प्रति सतर्क करते हुए उससे निपटने के लिए निर्देश जारी किए हैं.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि रैट फीवर (लेप्टोस्पायरोसिस), डेंगू, डायरिया, टाइफाइड, पीलिया और बुखार ऐसे रोग हैं, जो बाढ़ आने के दौरान काफी व्यापक रूप से फैल सकते हैं और इससे बचने के लिए अत्यधिक सतर्कता बरती जानी चाहिए. स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राज्य अभी पूरी तरह से कोविड-19 वैश्विक महामारी से मुक्त नहीं हुआ है. इसलिए विभाग के निर्देशों का पालन करने के लिए अतिरिक्त सतर्कता एवं सावधानी बरती जानी चाहिए. यह भी पढ़ें : COVID-19: देश में कोरोना वायरस संक्रमण से 70 लोगों की मौत, 20,551 नए मामले सामने आये
उन्होंने कहा, ‘‘ (राहत) शिविरों में रहने वाले बुजुर्गों और इन बीमारियों से ग्रसित लोगों की विशेष देखभाल की जानी चाहिए. सभी लोग सही तरीके से मास्क पहने. ऐसा करने से कई वायु जनित रोगों से भी बचा जा सकता है.’’ इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ के कारण पेयजल के दूषित होने की आशंका के बीच लोगों से पानी के स्रोतों को कीटाणुमुक्त करने का निर्देश भी दिया.