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अगरतला, 29 जनवरी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के समन्वयक प्रकाश करात ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि “लोकतंत्र की हत्या करने” की प्रवृत्ति पार्टी के डीएनए में गहराई से समाई हुई है, क्योंकि चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं को “झूठे आरोपों” में जेल में डाल दिया जाता है।
करात ने दावा किया कि त्रिपुरा में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने स्वामी विवेकानंद मैदान पर रैली आयोजित करने के विपक्षी दल के अनुरोध को ठुकराकर खुद का असली चेहरा देश के सामने उजागर कर दिया है।
अगरतला में एक रैली को संबोधित करते हुए वरिष्ठ माकपा नेता ने कहा, “लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या करना भाजपा के डीएनए में है। पिछले 11 वर्षों से पार्टी ने देश में संसदीय लोकतंत्र की हत्या करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।”
रैली से माकपा के 24वें राज्य सम्मेलन की शुरुआत हुई, जो 31 जनवरी तक चलेगा।
करात ने कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पिछले साल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जेल भेज दिया गया था। उन्होंने कहा, “झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी चुनाव से पहले झूठे मामलों में सलाखों के पीछे भेज दिया गया था।”
माकपा नेता ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार देश के लोकतांत्रिक ढांचे को बदलने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि संसद में “एक देश, एक चुनाव” व्यवस्था के लिए विधेयक पेश किए गए, जिससे विधानसभा चुनावों के आयोजन में राज्यों की शक्ति में कमी आएगी।
करात ने कहा, “त्रिपुरा में भाजपा सरकार 2018 में सत्ता संभालने के बाद से ही लोकतंत्र की हत्या कर रही है। जब तक भाजपा सत्ता में रहेगी, लोकतंत्र पर खतरा मंडराता रहेगा।”
उन्होंने राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए पूर्वोत्तर राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के कथित “हथकंडे” के लिए भी भाजपा की आलोचना की।
करात ने कहा, “माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा शासन के दौरान त्रिपुरा में कभी भी सांप्रदायिक झड़पें नहीं देखी गईं। अब पूर्वोत्तर राज्य सांप्रदायिक झड़पों का सामना कर रहा है। यह हिंदुओं और मुसलमानों के बीच तनाव बरकरार रखने का उनका हथकंडा है।”
करात ने आम लोगों की कीमत पर कुछ कॉर्पोरेट घरानों की कथित तौर पर मदद करने के लिए भी भाजपा नीत सरकार की आलोचना की।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने आम लोगों की अनदेखी करते हुए मुट्ठी भर कॉर्पोरेट घरानों की मदद की है। देश की कुल संपत्ति के 40 फीसदी हिस्से पर अब एक प्रतिशत आबादी का नियंत्रण है। भाजपा के शासन के दौरान आर्थिक भेदभाव बढ़ गया है।”
माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य माणिक सरकार और पार्टी के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने भी रैली को संबोधित किया।
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