नयी दिल्ली, 15 अगस्त : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश का पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत की विकास यात्रा का बड़ा आधार बनने जा रहा है. पूर्वोत्तर क्षेत्र को विकसित बनाने के लिये क्षेत्र के राज्यों की सभी राजधानियों को रेल सेवा से जोड़ने सहित अनेक योजनाओं का पर काम हो रहा है. प्रधानमंत्री ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत की विकास यात्रा का बड़ा आधार बनने जा रहा है. जल्द ही पूर्वोत्तर की सभी राजधानियों को रेल सेवा से जोड़ने का काम पूरा होने जा रहा है. यह काम अमृतकाल के कुछ वर्षों में ही पूरा करना है. पूर्वोत्तर को विकसित बनाना है.’’
प्रधानमंत्री ने 100 लाख करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री गतिशक्ति पहल की घोषणा करते हुये कहा कि इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर का सृजन होगा और समग्र बुनियादी ढांचे के विकास में मदद मिलेगी. मोदी ने कहा कि आधुनिकीकरण के साथ-साथ भारत को बुनियादी ढांचे के निर्माण में भी समग्र दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है. आने वाले दिनों में गतिशक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान की घोषणा की जाएगी. मोदी ने अपने संबोधन में सहकारिता का अलग मंत्रालय बनाने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि अर्थजगत में पूंजीवाद और समाजवाद की काफी चर्चा होती है, लेकिन सहकारवाद की भी इसमें अपनी भूमिका है. यह भी पढ़ें : Independence Day 2021: देश में 75वें स्वतंत्रता दिवस की धूम, भारतीय क्रिकेटरों ने इस खास मैसेज के साथ देशवासियों को दी शुभकामनाएं
इसे अर्थव्यवस्था की अग्रणी ताकत बने यह जरूरी है. उन्होंने कहा, ‘‘सहकारिता एक भावना है, संस्कार है, सामूहिक तौर पर कुछ करने की मनोवृत्ति है. इसका अलग मंत्रालय बनाकर कदम उठाया है.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आज गांवों में आप्टिकल फाइबर नेटवक, इंटरनेट की ताकत पहुंच रही है. स्वयं सहायता समूहों से जुड़े महिलायें एक से बढ़कर एक उत्पाद बना रही हैं. ‘‘स्थानीय उत्पादों को तरजीह देने’’ के साथ देश आगे बढ़ रहा है.