देश की खबरें | मोदी ने भारतीय खिलाड़ियों के हालिया प्रदर्शन की सराहना की

नयी दिल्ली, 18 जून प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय खिलाड़ियों की उपलब्धियों की तारीफ करते हुए रविवार को कहा कि पहले अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अक्सर भारत का कोई जिक्र नहीं होता था, लेकिन अब चीजें बदल गई हैं और यहां तक कि पिछले कुछ सप्ताह की सफलता की सूची भी काफी लंबी है।

अपने मासिक ‘मन की बात’ रेडियो प्रसारण में मोदी ने कहा कि इस महीने खेल जगत से भारत के लिए कई बड़ी खबरें आई हैं।

मोदी ने खेल स्पर्धाओं में हाल ही में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन का भी जिक्र किया कहा कि इसी महीने भारत की टीम ने पहली बार महिला जूनियर एशिया कप हॉकी जीतकर तिरंगे की शान बढ़ाई है।

उन्होंने कहा, ‘‘ इसी महीने खेल जगत से भारत के लिए कई बड़ी खुशखबरी आई हैं। भारत की टीम ने पहली बार महिला जूनियर एशिया कप जीतकर तिरंगे की शान बढ़ाई है। इसी महीने हमारी पुरुष हॉकी टीम ने भी जूनियर हॉकी एशिया कप जीता है। इसके साथ ही, हम इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे अधिक जीत दर्ज करने वाली टीम भी बन गए हैं।’’

उन्होंने जूनियर निशानेबाजी विश्व कप में भारतीय टीम के शीर्ष स्थान पर रहने की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘जूनियर निशानेबाजी विश्व कप में भी हमारे जूनियर ने भी कमाल कर दिया। भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में पहला स्थान हासिल किया है। इस टूर्नामेंट में कुल जितने स्वर्ण पदक थे, उनमें से 20% अकेले भारत के खाते में आए हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इसी जून में एशियाई अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप भी हुई। इसमें, भारत पदक तालिका में, 45 देशों में, शीर्ष तीन में रहा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक समय होता था जब हमें अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के बारे में पता तो चलता था, लेकिन, उनमें अक्सर भारत का कहीं कोई नाम नहीं होता था। लेकिन, आज, मैं केवल पिछले कुछ सप्ताह की सफलताओं का ज़िक्र कर रहा हूँ, तो भी सूची इतनी लंबी हो जाती है। यही हमारे युवाओं की असली ताकत है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘ ऐसे कितने ही खेल और प्रतियोगिताएं हैं, जहां आज भारत, पहली बार अपनी मौजूदगी दर्ज करवा रहा है।’’

उन्होंने लंबी कूद खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ लंबी कूद में श्रीशंकर ने पेरिस डायमंड लीग जैसे प्रतिष्ठित आयोजन में देश को कांस्य पदक दिलाया है। ये इस स्पर्धा (डायमंड लीग के लंबी कूद में) में भारत का पहला पदक है। ऐसे ही एक सफलता हमारी अंडर-17 महिला कुश्ती टीम ने किर्गिस्तान में दर्ज की है। मैं देश के इन सभी खिलाड़ियों, उनके अभिभावकों और कोच को उनके प्रयासों के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।’’

प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की सफलता के जिक्र के बाद राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का भी उल्लेख किया।

उन्होंने कहा, ‘‘देश के अलग-अलग राज्यों में एक नए उत्साह के साथ खेलों के आयोजन होते हैं। इनसे खिलाड़ियों को खेलने, जीतने और हार से सीखने का मौका मिलता है।

उन्होंने हाल ही में  उत्तर प्रदेश में हुए ‘खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों’ के आयोजन पर कहा, ‘‘ इसमें युवाओं में खूब उत्साह और जोश देखने को मिला। इन खेलों में हमारे युवाओं ने ग्यारह रिकॉर्ड तोड़े हैं। इन खेलों में पंजाब विश्वविद्यालय, अमृतसर की गुरु नानक देव विश्वविद्यालय और कर्नाटका की जैन विश्वविद्यालय, पदक तालिका में पहले तीन स्थानों पर रही है।’’

उन्होंने कहा कि ऐसे टूर्नामेंटों में एक बड़ा पहलू यह होता है कि इसमें युवा खिलाड़ियों की कई प्रेरक कहानियां भी सामने आती हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ ‘खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों’ में नौकायन (रोविंग) स्पर्धा में असम की कॉटन विश्वविद्यालय के अन्यतम राजकुमार ऐसे पहले दिव्यांग खिलाड़ी बने, जिन्होंने इसमें हिस्सा लिया। बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय की निधि पवैया घुटने में गंभीर चोट के बावजूद गोला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही।’’

मोदी ने बताया, ‘‘ सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के शुभम भंडारे को एड़ी की चोट के चलते, पिछले साल बेंगलुरु में निराशा हाथ लगी थी, लेकिन इस बार वे स्टीपलचेज के स्वर्ण पदक विजेता बने हैं। बर्दवान विश्वविद्यालय की सरस्वती कुंडू अपनी कबड्डी टीम की कप्तान हैं। वे कई मुश्किलों को पार कर यहाँ तक पहुँची हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले बहुत सारे खिलाड़ियों को, ‘टॉप्स योजना’ से भी बहुत मदद मिल रही है। हमारे खिलाड़ी जितना खेलेंगे, उतना ही खिलेंगे।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)