
भारतीय खाद्य निगम (Photo Credits: Wikipedia)
नयी दिल्ली: भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने बुधवार को कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1,930 टन खाद्यान्न का स्टॉक खराब हो गया. एफसीआई ने पिछले चार महीने में 65 लाख टन के बर्बाद होने की रिपोर्ट को खारिज किया. एक बयान में, एफसीआई ने रिपोर्ट को ‘‘अनर्गल’’ बताया.
एफसीआई के कार्यकारी निदेशक (गुणवत्ता नियंत्रण) सुदीप सिंह ने कहा कि 2019-20 के दौरान खाद्यान्न भंडार में जारी नहीं करने लायक (क्षतिग्रस्त) अनाज की वास्तविक मात्र 1,930 टन है। यह बर्बादी मुख्यत: बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुई है.
एफसीआई ने स्पष्ट किया कि मंडियों में पड़ा स्टाक और भेजी जा रही खेप मानव उपभोग के लिए बिल्कुल दुरुस्त हैं और किसी भी परिस्थिति में ‘‘बर्बाद खाद्यान्न ’’ के रूप में चिन्हित नहीं किया जा सकता है.