कल का मौसम, 26 अप्रैल 2025: दिल्ली से लेकर यूपी राजस्थान तक कैसा रहेगा वेदर; पढ़ें IMD का लेटेस्ट अपडेट
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Mausam, 26 April 2025: भारत मौसम विभाग (IMD) और स्काईमेट के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार कल 26 अप्रैल 2025 को देश के कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदलने वाला है. उत्तर भारत के मैदानी इलाकों जैसे उत्तर प्रदेश, दिल्ली-NCR, बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में तेज हवाओं, गरज-चमक, आंधी और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है. इन इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं, इसलिए लोगों को खुले में रहने से बचने की सलाह दी गई है.

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जानिए कल यानी 26 अप्रैल को देशभर में मौसम का मिजाज कैसा रहेगा.

दिल्ली और राजस्थान में लू का कहर, 42 से 45 डिग्री तक पहुंचा पारा

दिल्ली में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग ने नरेला, पीतमपुरा, पूसा, दिल्ली यूनिवर्सिटी, प्रगति मैदान सहित कई क्षेत्रों में हीटवेव (लू) का अलर्ट जारी किया है.

वहीं राजस्थान में अजमेर, बाड़मेर, जैसलमेर और जयपुर जैसे शहरों में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच चुका है. अगले कुछ दिन इन इलाकों में गर्म हवाओं और तापमान में और वृद्धि की संभावना है.

झारखंड, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में बारिश, ओलावृष्टि का खतरा

IMD के अनुसार, झारखंड के रांची, बोकारो, जमशेदपुर, टाटानगर और रामगढ़ में आंधी और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है. हिमाचल प्रदेश के डलहौजी, चंबा, धर्मशाला, बिलासपुर और हमीरपुर में भी बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है. जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर, बालटाल और अन्य क्षेत्रों में हल्की बारिश और तेज हवाओं के साथ बर्फबारी की संभावना भी बन रही है.

कई राज्यों में बदलेगा मौसम

अप्रैल के अंतिम सप्ताह में प्री-मॉनसून की गतिविधियां तेज हो रही हैं. कर्नाटक, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, बंगाल और पूर्वी मध्य प्रदेश में हल्की बारिश और बादलों की आवाजाही देखी जा सकती है. वहीं केरल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और लक्ष्यद्वीप में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है.

पश्चिमी विक्षोभ का असर: पहाड़ी राज्यों को गर्मी से राहत

एक नया पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में सक्रिय हो रहा है. इससे पहाड़ों में बर्फबारी और बारिश की संभावना है, जिससे इन राज्यों में गर्मी से राहत मिलेगी.

सामान्य से अधिक बारिश के संकेत

मौसम विभाग के अनुसार जून से सितंबर 2025 के बीच मानसून सामान्य से बेहतर रह सकता है. अनुमान है कि इस बार कुल बारिश दीर्घकालीन औसत (LPA) का 105 फीसदी तक हो सकती है, यानी लगभग 87 सेंटीमीटर वर्षा होगी. यह खेती, जल संरक्षण और जलस्तर के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है.

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