सोशल मीडिया पर हिमांशु मिश्रा (Himanshu Mishra) इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. हिमांशु दावा कर रहा है कि उसने ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) में 96 लाख रुपये गंवा दिए हैं और इसके बाद उसका परिवार उससे अलग हो गया है. इसके साथ ही, उसने यह भी बताया कि उसने IIT-JEE में 98% स्कोर किया है. लेकिन दैनिक भास्कर की एक पड़ताल ने इस कहानी की हकीकत को उजागर कर दिया है.
हिमांशु मिश्रा की असली पहचान
दैनिक भास्कर की जांच में यह सामने आया है कि हिमांशु बिहार (Bihar) का नहीं, बल्कि कानपुर (Kanpur) का निवासी है. उसकी कहानी में कई अनसुलझे सवाल हैं. क्या वाकई वह इतना बड़ा नुकसान झेलने वाला है, या फिर यह एक धोखाधड़ी का हिस्सा है?
ऑनलाइन गेमिंग में 96 लाख रुपए हारने वाला हिमांशु मिश्रा बिहार का नहीं बल्कि यूपी के कानपुर के गोविंद नगर का है। तीन साल पहले इसका परिवार कानपुर में अपना मकान करीब 14 लाख में एक सिंधी परिवार को बेचकर बिहार के बांका जिले में बस गया था। हिमांशु वहां गया लेकिन कुछ वक्त के बाद ही यह… pic.twitter.com/qsZsxoGeoT
— Rajesh Sahu (@askrajeshsahu) September 27, 2024
ठगी का पेशा: दर्दभरी कहानी का जाल
हिमांशु मिश्रा की कहानी को सुनकर कई लोग उसके प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हैं. उसने अपनी कहानी सुनाकर एक व्यक्ति से मदद भी मांगी, जिसने उसे रहने और पढ़ाई का इंतज़ाम किया. लेकिन हिमांशु कुछ ही दिनों में वहां से भाग गया. यह बात इस बात का संकेत देती है कि शायद उसकी मंशा सही नहीं थी.
दैनिक भास्कर ने 96 लाख हारने का दावा करने वाले हिमांशु मिश्रा की पोल खोल दी है।
दैनिक भास्कर की पड़ताल में पाया गया है कि
हिमांशु मिश्रा बिहार का नहीं बल्कि कानपुर का रहने वाला है। हिमांशु का अपनी दर्दभरी कहानी सुनाकर लोगों को ठगना पेशा है। pic.twitter.com/3YdJkAac7r
— 🦋ꜱʀɪꜱʜᴛɪ🦋 (@Srishti_Sharmaa) September 28, 2024
कर्ज का सच: जानने वालों से मिली जानकारी
हिमांशु के जानने वालों से बात करने पर यह पता चला कि उसने किसी से भी बड़ा कर्ज नहीं लिया है. यह जानकारी उसके दावों पर सवाल उठाती है. क्या वह सच में इतनी बड़ी राशि हारने के बाद मदद की तलाश में है, या फिर वह लोगों को ठगने का प्रयास कर रहा है?
देश के नामी क्रिकेटर, सेलिब्रिटीज गेमिंग एप के नाम पर सट्टेबाजी को प्रमोट करते हैं. TV में एड आता है, खेलिए और करोड़ों जीतिए.
- लड़का JEE मेंस क्वालीफाई है. इस लड़के पर 96 लाख का कर्ज है.
- B-Tech की फीस जुएं में हार गया. मां और घरवाले बात नहीं करते.
लेकिन सरकार घोंघा बसंत बनकर… pic.twitter.com/s5ffXEdbEn
— Govind Pratap Singh | GPS (@govindprataps12) September 19, 2024
हिमांशु मिश्रा की कहानी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे कुछ लोग अपने निजी लाभ के लिए झूठी कहानियां गढ़ते हैं. सोशल मीडिया पर आने वाली हर कहानी को पूरी तरह से सच मानना सही नहीं है.