Sex Robots: आज के इस आधुनिक दौर में विज्ञान की तकनीक से बनाए जाने वाले रोबोट (Robot) इंसानों की तरह काम करते हुए दिखाई देते हैं. हालांकि रोबोट को मशीनरी और कमांड के जरिए कंट्रोल किया जाता है. उसे जो कमांड दिया जाता है वो उसी के हिसाब से काम करते हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या अब रोबोट इंसानों की तरह संवेदना को महसूस करते हुए सेक्स (Sex) में इंसानों की तरह परफॉर्म कर सकेंगे? दरअसल, वैज्ञानिकों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक का उपयोग करते हुए सेक्स रोबोट (Sex Robot) विकसित किया है, जो इंसानों जैसी संवेदनाओं का अनुभव करना शुरू कर सकते हैं. कैलीफोर्निया के शोधकर्ताओं ने एक प्रिंटेड स्किन (Printed Skin) बनाई है, जिससे देखा जा सकता है कि रोबोट स्पर्श जैसी इंद्रियों को महसूस कर सकते हैं. यह तकनीक एक रोबोटिक प्लेटफॉर्म का हिस्सा है, जो मानव त्वचा से जुड़े सेंसर से जुड़ता है.
वैज्ञानिक उम्मीद कर रहे हैं कि खतरों से सुरक्षित रहने के साथ-साथ मनुष्यों को रोबोट पर अधिक नियंत्रण दिया जाएगा. कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अनुसार, शोधकर्ताओं का मानना है कि यह रोबोट को तापमान और रसायनों के जहरीले होने का पता लगाने की अनुमति देगा. यह भी पढ़ें: Sex Blankets: अपने यौन जीवन में रोमांच लाने के लिए लोग कर रहे हैं ‘सेक्स कंबल’ का इस्तेमाल, जानें इसकी खासियत
बताया जा रहा है कि रोबोट की त्वचा एक हाइड्रोजेल से बनाई गई है, जिसे रोबोट की उंगलियों को मनुष्यों की तरह बनाने के लिए डिजाइन किया गया है. वैज्ञानिकों का कहना है कि हाइड्रोजेल के अंदर सेंसर होंगे, जिससे रोबोट के लिए यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि आसपास क्या है? शोधकर्ताओं की मानें तो ये सेंसर सचमुच त्वचा पर उसी तरह मुद्रित होते हैं, जैसे एक इंकजेट प्रिंटर कागज की शीट पर टेक्स्ट लागू करता है.
यह तब आता है जब अध्ययनों से पता चलता है कि मनुष्य मशीनों के साथ सभी प्रकार के संबंध बनाने लगे हैं. दुनिया में लगभग 84 प्रतिशत लोगों के पास स्मार्टफोन है. एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि डिवाइस हमारी जिंदगी का इतना अहम हिस्सा बन गए हैं कि हम उनके बिना नहीं रह सकते हैं. सामाजिक रोबोटिक्स के डॉक्टर डेविड लेवी का मानना है कि आने वाले दशकों में रोबोट पूरी तरह से मानव के सामाजिक और यौन जीवन में एकीकृत हो जाएंगे. यह भी पढ़ें: Loud Sex: कपल के लाउड सेक्स ने उड़ाई पड़ोसियों की नींद, सड़क तक सुनाई दे रही थी आवाज
उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि पहला सॉफिस्टिकेटेड सेक्स रोबोट 2050 के आसपास होगा. नैतिकता विशेषज्ञ नील मैकआर्थर ने मेन्स हेल्थ में लिखा है कि सेक्स रोबोट अंतरंगता और यौन असमानता में मदद करेंगे. उनका मानना है कि सेक्स रोबोट उन लोगों की मदद करेंगे, जिनकी उम्र, स्वास्थ्य या पारंपरिक आकर्षण के स्तर जैसे कई कारकों के कारण यौन साझेदारों तक पहुंच नहीं है.
हालांकि आलोचकों का दावा है कि पहुंच सामाजिक अलगाव को जन्म देगी, क्योंकि रोबोट इंसानों की तुलना में एक आसान विकल्प होगा. सेक्सुअल अल्फा द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि पांच में से दो लोगों ने कहा कि वे एक बॉट के साथ यौन संबंध बनाने के विचार के लिए खुले थे.