Professor Gets Married to Student: महिला प्रोफेसर ने क्लास में छात्र से की शादी, वीडियो वायरल होने के बाद जांच शुरू
प्रोफेसर ने क्लास में छात्र से की शादी (Photo: X|@abirghoshal)

कोलकाता, 29 जनवरी: पश्चिम बंगाल के एक सरकारी विश्वविद्यालय में एक वरिष्ठ महिला प्रोफेसर द्वारा कक्षा में एक छात्र से "विवाह" करने का वीडियो वायरल होने से हंगामा मच गया, जिसके बाद बुधवार को जांच के आदेश दिए गए. हालांकि, प्रोफेसर ने दावा किया कि यह एक नाटक था जो उनकी कक्षा का हिस्सा था. उन्होंने बताया कि यह घटना नादिया जिले के हरिंगहाटा में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MAKAUT) के मनोविज्ञान विभाग में हुई. वीडियो में दुल्हन की तरह सजे प्रोफेसर और प्रथम वर्ष के छात्र को कक्षा में 'सिंदूर दान' और 'माला बोडोल' सहित हिंदू बंगाली विवाह की विभिन्न रस्में निभाते हुए दिखाया गया है. यह भी पढ़ें: Father-Daughter ‘Marriage’ Shocks Internet: 24 वर्षीय महिला ने अपने 50 वर्षीय पिता से ‘शादी’ करने का किया दावा, वायरल वीडियो देख हैरान नेटिज़न्स

अधिकारियों ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद आलोचना और आक्रोश भड़क उठा, जिसके बाद विश्वविद्यालय ने तीन सदस्यीय जांच पैनल का गठन किया और प्रोफेसर से स्पष्टीकरण मांगा. प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों से कहा कि यह एक साइको-ड्रामा प्रदर्शन था, जो उनकी कक्षा का हिस्सा था और वास्तविक नहीं था, उन्होंने कहा. उन्होंने दावा किया कि वीडियो इन-हाउस डॉक्यूमेंटेशन के लिए गए थे और मनोविज्ञान विभाग को खराब रोशनी में दिखाने के लिए "लीक" किए गए थे.

महिला प्रोफेसर ने क्लास में छात्र से की शादी:

हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि प्रोफेसर को जांच पूरी होने तक छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि जांच एक समिति द्वारा की जा रही है, जिसमें अन्य विभागों की तीन महिला संकाय सदस्य शामिल हैं. MAKAUT के कार्यवाहक कुलपति तपस चक्रवर्ती ने कहा, "प्रोफेसर ने स्पष्ट किया है कि यह उनके विषय पर एक प्रदर्शन का हिस्सा था. वीडियो बाहरी प्रसार के लिए नहीं थे."

उन्होंने कहा, "उसने इस बात पर जोर दिया कि इसमें कोई अनुचित व्यवहार या अनैतिक आचरण नहीं था और यह पूरी तरह से एक अकादमिक परियोजना थी. लेकिन, विवाद और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के मद्देनजर, हमने उसे फिलहाल छुट्टी पर जाने को कहा है, जब तक कि समिति अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर देती." उन्होंने कहा कि छात्र को जांच पूरी होने तक कक्षाओं में शामिल नहीं होने को भी कहा गया है. टिप्पणी के लिए प्रोफेसर से संपर्क नहीं किया जा सका.