Indian Coast Guard Day 2024: प्रत्येक वर्ष की पहली फरवरी को देश भर में भारतीय तटरक्षक दिवस मनाया जाता है. भारतीय तटरक्षक वस्तुतः देश की तटीय सीमाओं एवं द्वीपों की सुरक्षा से लेकर भारतीय मछुआरों को सुरक्षात्मक संरक्षण देने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं. केंद्र सरकार द्वारा संचालित यह संगठन सतह से लेकर वायु तक में संचालन करता है. भारतीय तटरक्षक की सर्वाधिक भूमिका भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा एवं समुद्री क्षेत्र में भारतीय उपकरणों के साथ अपतटीय टर्मिनलों (Offshore Terminals) को सुरक्षा प्रदान करने की होती है. हमें यह जानकर हर्ष होगा कि यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तटरक्षक है. भारतीय तटरक्षक की 47वीं वर्षगांठ के अवसर पर हम बात करेंगे भारतीय तटरक्षक दिवस के इतिहास, महत्व के साथ कुछ रोचक तथ्यों की...
क्या है भारतीय तटरक्षक बल?
कश्मीर से कन्याकुमारी तक और जैसलमेर से इंदिरा प्वाइंट (निकोबार द्वीपसमूह स्थित एक गांव) तक भारत का विस्तृत क्षेत्र है. इसमें इसकी समुद्री सीमा लगभग 7500 किमी लंबी है, और तमाम भागों में फैली हुई है. भारत की स्वतंत्रता के बाद देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारतीय नौसेना की थी, लेकिन आजादी के बाद पड़ोसी देशों से हुए दो युद्ध के बाद तय किया गया कि भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और देखरेख और समुद्री सीमा से जुडे भारत के उपक्रमों की सुरक्षा के लिए एक अलग फोर्स का निर्माण किया जाएगा, ताकि भारतीय नौसेना की जिम्मेदारियों को कुछ कम किया जा सके.
भारतीय तटरक्षक बल दिवस का इतिहास
सन 70 के दशक में समुद्री मार्ग से भारत के अंदर अवैध कारोबार के साथ हो रही तस्करी देश की अर्थव्यवस्था को जर्जर करती जा रही थी. इस समस्या से निपटने के लिए इंडियन नेवी और इंडियन एयरफोर्स की भागीदारी से 1977 में नाग चौधरी समिति का गठन किया गया. इस समिति की सिफारिश पर 18 अगस्त 1978 को रक्षा मंत्रालय के अधीन भारतीय तटरक्षक बल की स्थापना की गई. उस समय भारतीय तटरक्षक के पास महज 2 जहाज और 5 गश्ती नौकाएं थीं. इस बल के पहले महानिदेशक एडमिरल वी कामथ थे. वर्तमान में भारतीय तटरक्षक बल के 25वें महानिदेशक राकेश पाल हैं, और यह विश्व की चौथी सबसे बड़ी शक्ति बन चुकी है.
भारतीय तटरक्षक बल दिवस का महत्व
भारत की पुरानी नीति रही है, सीमाओं को विस्तार देने के बजाय आत्म सुरक्षा को सशक्त बनाना है. इसी नीति के तहत भारतीय तटरक्षक दिवस की शुरुआत हुई, जिसका सिद्धांत था ‘वयम् रक्षाम्’, अर्थात बचाव के लिए खुद की रक्षा करना. भारतीय रक्षा बल भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा करता है, और समुद्री मार्ग में होनेवाली किसी भी संदेहास्पद अथवा अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण रखना है. यह बल समुद्र में मछुआरों की रक्षा और जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करता है, साथ ही समुद्री जैव विविधता को संरक्षित करने का भी कार्य करता है. भारतीय तटरक्षक बल के जवान वैज्ञानिक डाटा भी इकट्ठा करते हैं.
भारतीय तटरक्षक बल दिवस से जुड़े रोचक फैक्ट
* भारतीय तटरक्षक लगभग 7516.60 किमी क्षेत्र के भारतीय समुद्री तट की सुरक्षा की जिम्मेदारियां निभाता है.
* गौरतलब है कि भारतीय समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए भारतीय तटरक्षक, भारतीय नौसेना, मत्स्य विभाग और राज्य पुलिस बल संयुक्त भूमिकाएं निभाते हैं.
* वर्तमान में भारतीय तटरक्षक के पास लगभग डेढ़ सौ से अधिक जहाज, 100 से ज्यादा विमान हैं. ये विमान और जहाज सुरक्षा के तमाम आधुनिक उपकरणों एवं अस्त्र-शस्त्र से लैस किसी भी बाहरी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं.
* यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी शक्तिशाली तटरक्षक हैं.