National Education Day 2020 Wishes: राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर इन शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images, Wallpapers के जरिए दें प्रियजनों को शुभकामनाएं
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2020 (Photo Credits: File Image)

National Education Day 2020 Wishes: आज (11 नवंबर 2020) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी और भारत के पहले शिक्षा मंत्री (First Education Minister) मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) की जयंती मनाई जा रही है, जिसे नेशनल एजुकेशन डे यानी राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day) के रूप में जाना जाता है. 11 नवंबर 1888 को जन्मे मौलाना अबुल कलाम आजाद एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान, कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे. साल 2008 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मौलाना अबुल कलाम जयंती को (11 नवंबर) राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था. शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की स्थापना की थी. उन्होंने उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना की और देश में मुफ्त शिक्षा के लिए काम किया. भारत की आजादी के बाद उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी की स्थापना की थी. साल 1992 में उन्हें भारत रत्न से भी नवाजा गया था.

मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती यानी राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के खास अवसर पर आप दोस्तों-रिश्तेदारों को शुभकामनाएं न दें, ऐसा कैसे हो सकता है. आप इन शानदार विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स को सोशल मीडिया के जरिए भेजकर अपने प्रियजनों को हैप्पी नेशनल एजुकेशन डे कह सकते हैं.

1- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2020 (Photo Credits: File Image)

2- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2020 (Photo Credits: File Image)

3- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2020 (Photo Credits: File Image)

4- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2020 (Photo Credits: File Image)

5- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2020 (Photo Credits: File Image)

6- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2020 (Photo Credits: File Image)

मौलाना अबुल कलाम आजाद साल 1952 में उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से सांसद चुने गए थे. उन्होंने बचपन से ही शिक्षा को अपने जीवन का श्रेय बनाया था. केवल 13 साल की उम्र में अपनी शिक्षा पूरी करके उन्होंने खुद से बड़ी उम्र और बड़ी कक्षा के छात्रों को पढ़ाना शुरू कर दिया था. उन्होंने 14 साल की उम्र तक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने पर जोर दिया था. इसके अलावा प्राथमिक शिक्षा के साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण और तकनीकी शिक्षा की ओर भी उन्होंने सबका ध्यान आकर्षित किया था.