Chhath Puja 2022 Kharna Wishes in Hindi: दिवाली उत्सव के बाद नहाय-खाय के साथ आस्था के महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja) की शुरुआत हो चुकी है, जबकि छठ पूजा के दूसरे दिन को लोहंडा-खरना (Lohanda-Kharna) कहा जाता है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को लोहंडा-खरना का पर्व मनाया जाता है, जबकि कार्तिक शुक्ल षष्ठी को छठ पूजा का मुख्य त्योहार मनाया जाता है. इस साल खरना 29 अक्टूबर 2022 (शनिवार) को है. छठ महापर्व के दूसरे यानी खरना के दिन छठ पूजा का व्रत करने वाले लोग बिना अन्न और जल का त्याग कर निर्जल व्रत करते हैं, फिर शाम के समय चावल और गुड़ की खीर खाई जाती है, फिर उसके बाद करीब 36 घंटे का निर्जल व्रत किया जाता है और तीसरे दिन सूर्यास्त के दौरान डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, जिसे संध्या अर्घ्य कहा जाता है.
पांच दिवसीय दिवाली उत्सव के बाद हर तरफ छठ की छटा दिखाई देने लगती है. चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन यानी खरना की लोग अपने प्रियजनों को बधाई भी देते हैं. ऐसे में भला आप पीछे कैसे रह सकते हैं. इस खास अवसर पर आप भी खरना के इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स और फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- खुशियों का त्योहार आया है,
सूर्य देव से सब जगमगाया है,
खेत खलिहान, धन और धान,
यूं ही बनी रहे हमारी शान.
खरना और छठ पूजा की शुभकामनाएं
2- पूरे एक साल के बाद,
छठ पूजा का दिन आया है,
सूर्य देव को नमन कर,
हमने इस महापर्व को,
धूमधाम से मनाया है.
खरना और छठ पूजा की शुभकामनाएं
3- इस छठ पूजा में आप जो चाहें वो आपका हो,
हर दिन खूबसूरत और रातें रोशन हो,
कामयाबी चूमती रहे आपके कदम हमेशा,
छठ पूजा पर सूर्य देव आप पर मेहरबान हों.
खरना और छठ पूजा की शुभकामनाएं
4- सूर्य देव को वंदन करें,
मन में श्रद्धा और स्नेह भरें,
छठ पूजा के इस शुभ अवसर पर,
आओ दिल से एक-दूसरे को याद करें.
खरना और छठ पूजा की शुभकामनाएं
5- छठ पूजा के महापर्व पर,
छठ मैया की जय हो,
धन-समृद्धि से भरा रहे जीवन,
हर कार्य में आपकी विजय हो.
खरना और छठ पूजा की शुभकामनाएं
वैसे तो हिंदू धर्म में कई कठिन व्रत किए जाते हैं और छठ पूजा को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है, क्योंकि इस व्रत के नियम काफी कठोर होते हैं, जिनका व्रतियों को सख्ती से पालन करना पड़ता है. चार दिवसीय छठ महापर्व के दौरान सूर्य देव और छठ मैया की उपासना की जाती है. ऐसा कहा जाता है कि इस व्रत को करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके साथ ही उत्तम आरोग्य, धन-धान्य, सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है.