नई दिल्ली: शिक्षक दिवस 2020 (Teachers' Day 2020) के अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में उनकी उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार देगा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) 5 सितंबर को शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस पुरस्कार के लिए 47 शिक्षकों का चयन किया है. कोरोना महामारी के कारण पुरस्कार समारोह वर्चुअल तरीके से किया जाएगा.
शिक्षा मंत्री ने एक ट्वीट में कहा, "आज महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी से शिष्टाचार भेंट की तथा उन्हें आगामी 5 सितंबर, 2020 को 'शिक्षक - दिवस'के अवसर पर आयोजित होने वाले वर्चुअल-कार्यक्रम हेतु निमंत्रण दिया और 'राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार कार्यक्रम' की रूपरेखा पर चर्चा की. यह भी पढ़ें | Teachers’ Day 2020 Virtual Celebration Ideas: कोरोना महामारी के बीच शिक्षक दिवस को वर्चुअली करें सेलिब्रेट, इन 5 तरीकों से कहें अपने शिक्षकों को धन्यवाद.
एनडीटीवी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और शिक्षा मंत्रालय हाल नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी 2020) पर चर्चा के लिए 5 सितंबर को एक वेबिनार का आयोजन करेगा.
रमेश पोखरियाल निशंक का ट्वीट:
आज महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी से शिष्टाचार भेंट की तथा उन्हें आगामी 5 सितंबर, 2020 को 'शिक्षक - दिवस'के अवसर पर आयोजित होने वाले वर्चुअल-कार्यक्रम हेतु निमंत्रण दिया और 'राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार कार्यक्रम' की रूपरेखा पर चर्चा की।@rashtrapatibhvn pic.twitter.com/VmYkxoPpr6
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) September 3, 2020
बता दें कि भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाने के लिए भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इस साल कोरोना महामारी के चलते शिक्षक दिवस वर्चुअल ही मनाया जाएगा, क्योंकि महामारी की वजह से देशभर में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद हैं. ऐसे में शिक्षक दिवस भी बदले हुए स्वरूप में मनाया जाएगा.
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को 1962 से शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद और महान दार्शनिक थे. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया. उन्हें 27 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया था.