गुवाहाटी: असम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (डिब्रूगढ़) के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खुराक लेने वाले 55% लोगों को बुखार और सिरदर्द जैसे हल्के दुष्प्रभाव ही महसूस हुए. ये लक्षण टीकाकरण के एक हफ्ते के अंदर ही दिखाई दिए.
शोधकर्ताओं ने पुष्टि की है कि एक साल बाद भी कोई दीर्घकालिक दुष्प्रभाव नहीं देखा गया.
अध्ययन की प्रमुख अन्वेषक और एएमसीएच में पैथोलॉजी की एसोसिएट प्रोफेसर, गायत्री गोगोई ने कहा, "हमारे अध्ययन में हमने पाया कि 55% लोगों ने बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द और इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द जैसे हल्के दुष्प्रभावों का अनुभव किया. बाकी 45% लोगों को कोई भी दुष्प्रभाव नहीं हुआ. दूसरी खुराक के बाद, केवल 6.8% लोगों ने टीकाकरण के बाद हल्के दुष्प्रभाव (AEFI) दिखाए. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अध्ययन की पूरी एक साल की अवधि के दौरान किसी भी प्रतिभागी ने कोई बड़ा दुष्प्रभाव नहीं दिखाया."
55% #Covishield recipients had mild side effects: AMCH study
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— The Times Of India (@timesofindia) May 5, 2024
गंभीर दुष्प्रभावों को ऐसी दुर्लभ, जानलेवा स्थितियों के रूप में परिभाषित किया गया था जो दीर्घकालिक समस्याएं पैदा कर सकती हैं. उन्होंने आगे कहा, "युवा व्यक्तियों में बुजुर्ग व्यक्तियों की तुलना में अधिक हल्के दुष्प्रभाव देखे गए. यह भी ध्यान देने योग्य है कि जिन लोगों को पहले से ही कोई बीमारी या स्वास्थ्य समस्या थी, उनमें दुष्प्रभाव कम देखे गए."
यह अध्ययन जुलाई 2021 से शुरू किया गया था जब कोविशील्ड वैक्सीन जनता के लिए पहली बार उपलब्ध हुई थी. प्रतिभागियों का जून 2022 तक फॉलो-अप किया गया. इस शोध के निष्कर्षों को हाल ही में एक प्रसिद्ध पबमेड इंडेक्स जर्नल, जर्नल ऑफ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर में प्रकाशन के लिए स्वीकार किया गया है.