पीएम मोदी ने देशवासियों को दी माघ पूर्णिमा की बधाई, प्रयागराज और हरिद्वार में श्रद्धालुओं ने संगम तट पर लगाई आस्था की डुबकी- देखें तस्वीरें
माघ पूर्णिमा पर स्नान करते श्रद्धालु (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली, 27 फरवरी: देश में शनिवार यानी आज धूमधाम से माघ पूर्णिमा (Magha Purnima) का पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन श्रद्धालु गंगा (Ganges) में स्नान करने के बाद दान करते हैं. मान्यता है कि आज के दिन जो लोग गंगा में स्नान करते है उन्हें विशेष फल की प्राप्ति होती है. इसी कड़ी में ANI न्यूज एजेंसी ने प्रयागराज (Prayagraj) और उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) शहर से श्रद्धालुओं की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. इन तस्वीरों में श्रद्धालुओं को पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाते हुए देखा जा सकता है.

माघ पूर्णिमा के शुभअवसर पर देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भी देशवासियों को ट्विटर पर ट्वीट करते हुए बधाई दी है. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'सभी देशवासियों को माघ पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं.' इसके अलावा उन्होंने देशवासियों को संत रविदास जयंती की भी बधाई है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'संत रविदास जी ने सदियों पहले समानता, सद्भावना और करुणा पर जो संदेश दिए, वे देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करने वाले हैं. उनकी जयंती पर उन्हें मेरा सादर नमन.'

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बता दें कि पद्म पुराण के अनुसार माघी पूर्णिमा के दिन स्वयं श्रीहरि गंगाजल में वास करते हैं, इसलिए इस दिन गंगाजल का विशेष महत्व होता है और ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु इस दिन गंगा नदी में स्नान-दान-धर्म कर पुण्य अर्जित करते हैं. इस दिन बहुत से हिंदू घरों में भगवान श्री सत्यनारायण की कथा भी सुनी जाती है. इस दिन गंगा-स्नान के बाद ब्राह्मण एवं गरीबों को वस्त्र, कंबल, घी, लड्डू, मौसमी फल एवं अन्न-दान की भी परंपरा है. ऐसा करने से श्रीहरि एवं मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होते हैं.

मान्यता है कि माघ मास की पूर्णिमा के दिन गंगा जी में डुबकी लगाने से जहां जातक के शरीर के सारे रोग मिट जाते हैं, वहीं उसके सारे पाप गंगाजी में धुल जाते हैं, उसे प्रत्यक्ष रूप से बैकुण्ठ धाम में जगह मिलती है.

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ब्रह्मवैवर्तपुराण, पद्मपुराण और निर्णय सिंधु में उल्लेखित है कि इस पूर्णिमा पर स्वयं श्रीहरि गंगाजी में विचरण करते हैं. श्रीहरि का व्रत, पूजा करनेवाले को पुत्र रत्न की भी प्राप्ति होती है.