सांकेतिक तस्वीर (Photo : Credit Twitter)
नई दिल्ली, 31 मई : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को घोषणा कि देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार सामान्य रहेगा. जिसके चलते मात्रात्मक रूप से यह लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 103 प्रतिशत होगा. इस साल सामान्य मानसून एलपीए में रहेगा. जिससे 96 से 104 प्रतिशत बारिश की संभावना है. आईएमडी ने इस अप्रैल में नया एलपीए पेश किया था, जो 1971-2020 के दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम की बारिश के आंकड़ों पर आधारित है. फिलहाल, एलपीए 87 सेमी या 870 मिमी है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में मानसून का मौसम (जून से सितंबर) एलपीए का 103 प्रतिशत होने की संभावना है. मानसून की बारिश मध्य और दक्षिणी भारत में सामान्य से अच्छा रहेगा, जबकि उत्तर पश्चिमी के साथ पूर्वोत्तर में मानसून सामान्य रहेगा. यह भी पढ़े: भाजपा राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त के जरिये माहौल बिगाड़ना चाहती है : गहलोत
आईएमडी ने राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के लिए 106 प्रतिशत से अधिक यानी सामान्य से अधिक बारिश का पूवार्नुमान जारी किया है.
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नई दिल्ली, 31 मई : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को घोषणा कि देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार सामान्य रहेगा. जिसके चलते मात्रात्मक रूप से यह लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 103 प्रतिशत होगा. इस साल सामान्य मानसून एलपीए में रहेगा. जिससे 96 से 104 प्रतिशत बारिश की संभावना है. आईएमडी ने इस अप्रैल में नया एलपीए पेश किया था, जो 1971-2020 के दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम की बारिश के आंकड़ों पर आधारित है. फिलहाल, एलपीए 87 सेमी या 870 मिमी है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में मानसून का मौसम (जून से सितंबर) एलपीए का 103 प्रतिशत होने की संभावना है. मानसून की बारिश मध्य और दक्षिणी भारत में सामान्य से अच्छा रहेगा, जबकि उत्तर पश्चिमी के साथ पूर्वोत्तर में मानसून सामान्य रहेगा. यह भी पढ़े: भाजपा राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त के जरिये माहौल बिगाड़ना चाहती है : गहलोत
आईएमडी ने राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के लिए 106 प्रतिशत से अधिक यानी सामान्य से अधिक बारिश का पूवार्नुमान जारी किया है.