Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीरी छात्रों की बढ़ी मुश्किलें, देशभर में झेलना पड़ रहा गुस्सा
Kashmiri Students Face Hostility Across India

देहरादून: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई. इस खतरनाक हमले से देशभर में गुस्सा है. देशवासियों का यह गुस्सा अब कश्मीरियों पर निकल रहा है. इस हमले के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है. छात्रों ने बताया कि उन्हें 'आतंकवादी' कहकर अपमानित किया गया, उनके हॉस्टल के दरवाज़े तोड़े गए और उन्हें जबरन निकलने के लिए कहा गया.

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जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के संयोजक नासिर खुहामी के अनुसार, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में कश्मीरी छात्रों को घर और हॉस्टल खाली करने के लिए मजबूर किया गया है.

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"रूम खाली करो नहीं तो..."

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई जब हिंदू रक्षा दल के प्रमुख ललित शर्मा ने खुलेआम वीडियो में कहा, "अगर कल सुबह 10 बजे के बाद कोई भी कश्मीरी दिखा तो सबक सिखाया जाएगा. हमारी टीमें निकलेंगी और उन्हें खोज-खोजकर जवाब देंगी. इस धमकी के बाद करीब 20 कश्मीरी छात्रों को अपनी जान बचाने के लिए एयरपोर्ट भागना पड़ा.

पुलिस और सरकार की प्रतिक्रिया

देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि जो भी कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी राज्य सरकारों से आग्रह किया है कि छात्रों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सावधानी बरती जाए. वहीं, महबूबा मुफ्ती ने गृह मंत्री अमित शाह से अपील की है कि वो इन "खुलेआम धमकियां देने वाले तत्वों" के खिलाफ तुरंत हस्तक्षेप करें.

जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के संयोजक नासिर खुहामी ने कहा, "यह केवल सुरक्षा की चिंता नहीं है. यह एक सोची-समझी नफरत और निंदा की मुहिम है, जो खास पहचान और क्षेत्र के छात्रों के खिलाफ चलाई जा रही है." हिमाचल प्रदेश की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों ने बताया कि हॉस्टल में घुसकर मारपीट की गई और उन्हें 'आतंकी' कहकर अपमानित किया गया.