नई दिल्ली: NEET पेपर लीक मामले में एक के बाद एक जो खुलासे हो रहे हैं उससे हर कोई स्तब्ध है. आरोपी एक के बाद एक बड़े खुलासे कर रहे हैं. राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (National Eligibility cum Entrance Test) पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड अमित आनंद (Amit Anand) ने कथित तौर पर कबूल किया है कि परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्न पत्र लीक हुआ था. उसने यह भी बताया कि वह किस कीमत पर प्रश्न पत्र बेचता था. अपने कबूलनामे में उसने बताया है कि कैसे परीक्षा से एक दिन पहले छात्रों को सवालों के जवाब याद करवाए जाते थे. सवालों के बदले छात्रों से लाखों रुपये वसूले जाते थे.
नीट प्रश्नपत्र लीक को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. छात्र राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा 2024 को रद्द कर दोबारा परीक्षा कराने की भी मांग की जा रही है. नीट पेपर लीक मामले में अब तक 13 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें से चार छात्र हैं. इन गिरफ्तारियों में दानापुर नगर पालिका के सिकंदर नाम के एक जूनियर इंजीनियर की भी गिरफ्तारी शामिल है.
नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड का खुलासा
अमित आनंद ने अपने कबूलनामे में कहा कि नीट परीक्षा से एक दिन पहले पेपर लीक हुआ था. उसी दिन अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र और उत्तर दिए गए थे. उन्हें रात भर उत्तर याद करने को कहा गया था. प्रश्नपत्र की कीमत 30-32 लाख रुपये थी. पेपर लीक के मास्टरमाइंड ने अपने कबूलनामे में कहा कि पुलिस को उसके फ्लैट से नीट प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका के जले हुए अवशेष मिले. उसने पहले भी प्रश्नपत्र लीक करने की बात कबूल की है.
बिहार के पटना के शास्त्रीनगर थाने में अमित आनंद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पूछताछ के दौरान उसने कथित तौर पर अपना अपराध "कबूल" किया है. अपने कबूलनामे के मुताबिक, अमित बिहार के मुंगेर जिले का रहने वाला है. हालांकि, वह पटना के एजी कॉलोनी में किराए के फ्लैट में रहता था. इस कबूलनामे में उसने बताया कि कैसे वह उन छात्रों से मिलता था जो प्रश्नपत्र के लिए पैसे देते थे.
सिकंदर से कैसे बना कनेक्शन
अमित आनंद ने बताया कि वो दानापुर नगर निगम कार्यालय में जूनियर इंजीनियर सिकंदर कुमार यादवेंदु (Sikandar Kumar Yadavendu) से कुछ निजी काम के लिए मिलने गया था... मैंने सिकंदर से कहा कि मैं किसी भी प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक कर सकता हूं और उम्मीदवारों को पास कराने में मदद कर सकता हूं. इसके बाद सिकंदर ने मुझसे कहा कि उसके पास 4-5 उम्मीदवार हैं जो NEET की तैयारी कर रहे हैं और उसने मुझसे उन्हें परीक्षा पास कराने में मदद करने के लिए कहा."
"मैंने उससे कहा कि इसकी लागत 30-32 लाख रुपये होगी. सिकंदर सहमत हो गया और उसने कहा कि वह मुझे 4 उम्मीदवार देगा." अमित आनंद ने कहा कि उसने सिकंदर से NEET से एक रात पहले 4 मई को उम्मीदवारों को अपने पास लाने के लिए कहा. इसके बाद सिकंदर ने ठीक ऐसा ही किया.
पेपर खरीदने वाले आरोपी छात्र का खुलासा
पेपर खरीदने वाले आरोपी अनुराग यादव ने कबूला कि जो प्रश्न पत्र लीक हुआ, वही परीक्षा में आया और 100 प्रतिशत वही सवाल परीक्षा में पूछे गए थे. मेरे पास ये प्रश्न पत्र एक दिन पहले ही आ गया था. अनुराग ने बताया कि फूफा ने सेटिंग करवाई थी और उसे कोटा से पटना बुलवाया था. रात में हर प्रश्न का उत्तर रटवाया गया था. परीक्षा के बाद पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया था. अनुराग का फूफा वही जूनियर इंजीनियर सिकंदर है जिससे अमित आनंद ने सेटिंग की थी.
अनुराग ने बताया कि मेरे फूफा सिंकदर यादवेंदु नगर परिषद दानापुर में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं. मेरे फूफा द्वारा बताया गया कि 5 मई 2024 को नीट की परीक्षा है. कोटा से वापस आ जाओ. परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है. मैं कोटा से वापस आ गया और मेरे फूफा ने 4 मई 2024 की रात्रि में अमित आनंद, नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया. यहां पर नीट की परीक्षा का प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका दिया गया. रात्रि में पढ़वाया और रटवाया गया. मै अगले दिन परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया थाा, वही प्रश्न सही- सही परीक्षा में मिल गया. परीक्षा के उपरांत अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया."