![Weather Forecast: यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अनुमान, मौसम विभाग ने बताया मानसून का हाल Weather Forecast: यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अनुमान, मौसम विभाग ने बताया मानसून का हाल](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2019/06/storm-rainfall-380x214.jpg)
नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आने वाले दो दिनों में देश के उत्तरपूर्वी राज्यों और बिहार में भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है. जबकि अगले एक दिन के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में और अगले 2-3 दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार (Naresh Kumar) ने बताया कि अगले दो दिनों में बिहार और उत्तरपूर्वी राज्यों में भारी बारिश होगी. जबकि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में आने वाले पांच दिनों में भारी बारिश नहीं होगी. वहीं मध्य भारत में आने वाले दिनों में हल्की बारिश होने की उम्मीद है. मानसून की शुरुआत में भारत के अधिकांश हिस्सों में हुई वर्षा, टिड्डी हमले से फसल के नुकसान होने का खतरा बढ़ा
उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले 2 घंटे में गरज के साथ बारिश की संभावना-
28.06.2020; 1600 IST: - Thunderstorm with rain would occur over and adjoining areas in Uttar Pradesh (Mathura, Agra, Tundla, Firozabad, Shikohabad, Mainpuri, Badaun) and Rajasthan (Deeg, Bharatpur) during next 2 hours. pic.twitter.com/xhsWsQagNg
— India Met. Dept. (@Indiametdept) June 28, 2020
आईएमडी के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने शुक्रवार (26 जून) को पूरे देश को कवर कर लिया. हालांकि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के पूरे देश में पहुंचने की सामान्य तारीख 8 जुलाई है. इस प्रकार इस साल मॉनसून ने सामान्य तिथि से 12 दिन पहले पूरे देश को कवर किया है. यूपी, बिहार में बिजली गिरने से दो दिन में 110 लोगों की मौत, 32 घायल
पूरे देश का मौसम पूर्वानुमान-
All India weather forecast & warning video based on 0830 hours IST dated 28.06.2020: pic.twitter.com/4HZp13XjZH
— India Met. Dept. (@Indiametdept) June 28, 2020
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की शुरुआत और पूरे देश में इसके आगे बढ़ने को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि मॉनसून की दक्षिण और पूर्व भारत में सामान्य प्रगति हुई है, पूर्वोत्तर भारत में एक सप्ताह की देरी हुई है और मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में लगभग 7-12 दिन पहले पहुंचा है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने एक कम दबाव के क्षेत्र ने मॉनसून को मध्य और उत्तरपश्चिम भारत में आगे बढ़ने को सुगम बनाया, कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और मध्य भारत पर एक और चक्रवाती परिसंचरण बना है.