महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले अन्य राज्यों के मुकाबले काफी अधिक हैं. महाराष्ट्र में शुक्रवार से Covid-19 के 11 नए मामले सामने आए हैं. इसी के साथ राज्य में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 63 हो गई है. कोरोना वायरस मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर महाराष्ट्र में एहतियातन बंद को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने और सख्ती बरतते हुए शुक्रवार को मुंबई, पुणे, नागपुर में सभी निजी कार्यालयों, दुकानों को बंद करने का आदेश दिया. इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति घटाकर 25 फीसदी कर दी गई है व कक्षा एक से आठ तक की सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए कहीं सफर करने से मना किया है.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने भी कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 63 पहुंच गई है. उन्होंने लोगों से सतर्क रहने की अपील की. उन्होंने कहा, हम सभी से अपील करते हैं कि कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें. स्वस्थ रहने के लिए घरों पर ही रहें.
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित लोग-
Maharashtra Health Minister Rajesh Tope: We appeal to all to practice social distancing to prevent the spread of Coronavirus. https://t.co/HIMNnpvlRv
— ANI (@ANI) March 21, 2020
उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा, "मेरी अपील के बाद, ट्रेन और बसों में लोगों की भीड़ में भारी गिरावट देखने को मिली है, लेकिन इसमें अभी और कमी की जरूरत है. सरकार ने निर्णय लिया है कि अत्यंत आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी निजी कायार्लय 31 मार्च तक बंद रहेंगे.
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार ने शुक्रवार को पुणे, पिम्परी, चिंचवाड़, मुंबई और नागपुर को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया. इन शहरों में 31 मार्च तक बंद रहेगा. सरकार का कहना है कि लॉकडाउन से घबराने की जरूरत नहीं है सभी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी. यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस: देश में कंफर्म मामलों की संख्या 258 पहुंची, Covid- 19 से अब तक चार की मौत.
वहीं देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 258 तक पहुंच गई है. इनमें 219 भारतीय और 39 विदेशी शामिल हैं. इस बीच पीएम मोदी ने रविवार को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू की अपील की. देशभर में लोग 'जनता कर्फ्यू' का समर्थन दे रहे हैं. सोशल मीडिया में भी 'जनता कर्फ्यू' के समर्थन की अपील की जा रही है.