Mahakumbh Stampede: ब्रह्म मुहूर्त का इंतजार कर रहे थे श्रद्धालु, तभी भगदड़ में चली गई 30 की जान; DIG महाकुंभ ने बताया कैसे हुआ हादसा
Mahakumbh Massive Crowd | PTI

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला के दौरान मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई. वहीं, इस दर्दनाक हादसे में 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. डीआईजी प्रयागराज मेला ने कहा कि मृतकों में से 25 की पहचान हो गई है. मौनी अमावस्या के मुख्य स्नान के दौरान रात करीब 2 बजे संगम नोज पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे भगदड़ मच गई. इस हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 36 लोग गंभीर रूप से घायल हैं.

Mahakumbh 2025: संगम नोज पर क्यों उमड़ रहे हैं श्रद्धालु? महाकुंभ में जहां मची भगदड़ क्यों है वह स्थान खास.

मौनी अमावस्या को लेकर मंगलवार सुबह से ही संगम नगरी में लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था. आधी रात के बाद करीब 1:00 से 2:00 बजे के बीच अचानक संगम नोज पर भगदड़ मच गई. मौत के आंकड़े से अब प्रशासन ने पर्दा हटा लिया है.

कैसे हुआ हादसा? DIG महाकुंभ ने बताया

महाकुंभ के DIG वैभव कृष्ण ने हादसे की वजह बताते हुए कहा कि श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के लिए प्रतीक्षा कर रहे थे. इसी दौरान कुछ लोग अचानक दर्शन के लिए आगे बढ़ गए और पीछे से भीड़ का दबाव बढ़ने लगा, जिससे अव्यवस्था फैल गई और भगदड़ मच गई.

उन्होंने बताया कि 29 जनवरी को कोई VVIP मूवमेंट नहीं था, जिससे प्रशासन को भीड़ को नियंत्रित करने में थोड़ी कठिनाई हुई. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि आगामी स्नान पर्वों पर किसी भी VVIP मूवमेंट की अनुमति नहीं दी जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके.

घायलों का इलाज जारी, हेल्पलाइन नंबर जारी

घायलों को स्थानीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है ताकि श्रद्धालु अपने परिजनों की जानकारी प्राप्त कर सकें.

DIG के मुताबिक, मृतकों में 25 की पहचान हो चुकी है, जिनमें कर्नाटक, असम और गुजरात से भी श्रद्धालु शामिल हैं. कुछ घायल भक्तों को उनके परिजन पहले ही अस्पताल से ले जा चुके हैं.

भीड़ नियंत्रण पर उठे सवाल

इस हादसे ने कुंभ मेले में भीड़ प्रबंधन की कमजोरियों को उजागर किया है. प्रशासन ने कहा कि अब स्नान घाटों पर भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे और प्रवेश एवं निकासी के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए जाएंगे ताकि ऐसी स्थिति दोबारा न हो.

महाकुंभ मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें, धक्का-मुक्की न करें और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतें.