तिरुवनन्तपुरम: एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) का विमान शुक्रवार की शाम को दुबई से आते समय केरल के कोझिकोड एयरपोर्ट के रनवे पर फिसलने की वजह से पास के खाई में जा गिरा. हादसा इतना बड़ा था कि विमान के दो टुकड़े हो गए. जिस हादसे में अब तक पायलट और को पायलट समेत अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं 127 लोग इस हादसे में घायल हुए हैं. घायलों में कुछ लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई हैं. कोझिकोड एयर पोर्ट पर हुए हादसे को लेकर कहा जा रहा है कि भारी बारिश के साथ ही रनवे की खराबी के चलते हुआ हैं. लेकिन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस आरोप का खंडन किया है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन अरविंद (Arvind Singh) ने कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ( Directorate General of Civil Aviation) की तरफ से रनवे को लेकर 2015 में कुछ आपत्ति थी, लेकिन सुधार के बाद 2019 में क्लियरेंस दे दिया गया था. यहां जंबो जेट और एयर इंडिया लैंड हुआ करती थी. वहीं अपने बयान में अरविंद सिंह ने विमान हादसे को लेकर यह भी कहा कि 'विमान उस रनवे पर नहीं उतर सका जहां उसे उतरना था, फिर उसे दूसरे रनवे पर उतारने की कोशिश की गई, जहां यह दुर्घटना हुई. हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और हवाई अड्डा जल्द ही चालू हो जाएगा. यह भी पढ़े: Air India Express Plane Crash in Kozhikode: केरल के कोझिकोड में विमान हादसे के बाद का लेटेस्ट VIDEO, दोनों पायलट समेत 18 लोगों की हो चुकी है मौत
Directorate General of Civil Aviation had some issues with the runway in 2015, but after resolving those issues, clearance was given to it in 2019. The jumbo jets of Air India also used to land there: Arvind Singh, Airport Authority of India Chairman on #KozhikodePlaneCrash https://t.co/WppLidK5GI pic.twitter.com/XM1smz9PEu
— ANI (@ANI) August 8, 2020
बता दें कि इस हादसे से करीब 9 साल पहले नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा गठित एक सुरक्षा सलाहकार समिति के एक सदस्य ने चेतावनी देते हुए कहा था कि करीपुर हवाई अड्डा असुरक्षित है और यहां लैंडिंग की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.