अगर आप प्राइवेट सेक्टर में काम करते हैं और हर महीने आपका पैसा पीएफ अकाउंट में जमा होता है, तो 2025 में आपके लिए कई बड़े बदलाव हो सकते हैं. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अगले साल कई महत्वपूर्ण सुधारों को लागू करने जा रहा है, जिनका उद्देश्य प्रक्रियाओं को सरल बनाना और कर्मचारी-नियोक्ता के बीच पारदर्शिता बढ़ाना है. ये बदलाव लाखों भारतीय कर्मचारियों के वित्तीय सुरक्षा पर असर डालेंगे और उनके रिटायरमेंट को और सुरक्षित बनाएंगे.
आइए जानते हैं, 2025 में EPFO के संभावित बदलावों के बारे में:
1. एटीएम से पीएफ निकासी की सुविधा
EPFO एक विशेष एटीएम कार्ड जारी करने की योजना बना रहा है, जिससे कर्मचारी 24x7 अपने पीएफ खाते से पैसा निकाल सकेंगे. यह कदम सदस्यों को अपनी जमा राशि तक आसानी से पहुंचने का अधिकार देगा. उम्मीद है कि यह सुविधा 2025 के वित्तीय वर्ष में लागू की जाएगी.
2. कर्मचारियों के योगदान पर सीमा हटेगी
फिलहाल, कर्मचारी अपने बेसिक वेतन का 12% पीएफ खाते में जमा करते हैं, जिसकी अधिकतम सीमा 15,000 रुपये है. लेकिन 2025 में सरकार कर्मचारियों को उनके वास्तविक वेतन के अनुसार योगदान करने की अनुमति दे सकती है. यह बदलाव कर्मचारियों को ज्यादा बचत करने और उनके रिटायरमेंट फंड को मजबूत करने का अवसर देगा.
3. इक्विटी निवेश की सीमा बढ़ेगी
EPFO अपने रिटर्न को बढ़ाने के लिए ईटीएफ आय के एक हिस्से को शेयरों और अन्य परिसंपत्तियों में पुनर्निवेश करने पर विचार कर रहा है. यह कदम कर्मचारियों को लंबे समय में बेहतर रिटर्न दिलाने के लिए उठाया जा सकता है.
4. किसी भी बैंक से पेंशन प्राप्त करने की सुविधा
केंद्रीय पेंशन भुगतान प्रणाली (CPPS) के तहत 1 जनवरी 2025 से कर्मचारी किसी भी बैंक शाखा से पेंशन प्राप्त कर सकेंगे. इससे 7.8 मिलियन से अधिक पेंशनभोगियों को सुविधा मिलेगी.
5. हायर पेंशन के लिए अंतिम तारीख
EPFO ने नियोक्ताओं को कर्मचारियों के वेतन विवरण को अपलोड करने के लिए 31 जनवरी 2025 तक का समय दिया है. उच्च पेंशन आवेदन पर कार्रवाई के लिए नियोक्ताओं को 15 जनवरी 2025 तक सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करनी होगी.
2025 में EPFO के ये बदलाव कर्मचारियों को अधिक सुविधाएं और लचीलापन प्रदान करेंगे. एटीएम से पीएफ निकासी से लेकर उच्च पेंशन और निवेश के नए अवसर, ये सभी सुधार कर्मचारियों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित और बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं.