हरिद्वार में कुंभ मेले में भाग लेने के इच्छुक भक्तों को उत्तराखंड सरकार के साथ पंजीकरण करना होगा और अनिवार्य COVID -19 नकारात्मक चिकित्सा प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा. ये केंद्र सरकार ने चल रहे मेगा धार्मिक सभा के लिए जारी किए गए अपने नए दिशानिर्देशों में कहा है. अपने दिशानिर्देशों में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने उत्तराखंड सरकार को केवल उन स्वास्थ्य कर्मियों को ड्यूटी पर तैनात करने के लिए कहा है, जो कोरोनावायरस वैक्सीन का टीका लगवा चुके हैं. समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, गर्भवती महिला, वरिष्ठ नागरिकों और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को महामारी के कारण कुंभ में शामिल नहीं होने की सलाह दी गई है. मंत्रालय के एसओपी में उन स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण करने के निर्देश भी शामिल हैं जो आयोजन के दौरान ड्यूटी पर रहेंगे. 16 जनवरी को शुरू किए गए इनोक्यूलेशन ड्राइव के पहले चरण में केंद्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों को प्राथमिकता दी गई है.
भक्तों को कुंभ में भाग लेने से पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल या अपने राज्यों में मेडिकल कॉलेज से COVID-19 नेगेटिव मेडिकल रिपोर्ट लाना होगा. हरिद्वार (Haridwar) में स्नान के लिए आ रहे श्रद्धालुओं को 72 घंटों पहले की कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी. यह टेस्ट RT-PCR मान्य होना चाहिए. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरिद्वार में आयोजित होने वाला यह कुंभ मेला 12 साल में एक बार होता है. यह भी पढ़ें: Haridwar Kumbh 2021: कुंभ में शाही स्नान का आशय, जानें कुंभ का महात्म्य और क्या है शाही स्नान की तिथियां
श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. वहीं श्रद्धालुओं को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना जरुरी है.यात्री रजिस्ट्रेशन के लिए www.haridwarkumbhmela2021.com पर अप्लाई कर सकते हैं. बिना रजिस्ट्रेशन के किसी भी गाड़ी या तीर्थयात्री को एंट्री नहीं मिलेगी. कुंभ मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं की बस और रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी.