अगर आप खेल-कूद में दिलचस्पी रखते हैं और इसी में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है. आज स्पोर्ट्स महज स्वस्थ रहने और टाइमपास करने का जरिया नहीं रह गया है. यह एक बड़ा व्यवसाय भी बन गया है. पिछले कुछ सालों में इस क्षेत्र ने काफी तरक्की की है और अनगिनत लोगों को रोजगार दिया है. अगर आपमें भी कुछ ऐसी बात है, जूनून है तो कड़ी मेहनत के साथ अपने भविष्य को नए शिखर पर पहुचाने के लिए कमर कस लें.
खेल प्रशिक्षक:
आज हर क्षेत्र में प्रतिभावानों को निखारने के लिए विशेषज्ञ की जरुरत होती है. खेलों के प्रति बढती लोकप्रियता ने खेल प्रशिक्षक का महत्व बहुत बढ़ा दिया है. आगामी वर्षों में इनकी डिमांड और भी अधिक बढ़ने की संभावना है. ऐसे में बतौर खेल प्रशिक्षक भविष्य बनाया जा सकता हैं.
फिटनेस विशेषज्ञ:
खेल में बेस्ट प्रदर्शन का एक पहलू खिलाडीयों के फिटनेस से भी जुड़ा होता है. जिस प्रकार खेल जगत में एक कुशल प्रशिक्षक की जरुरत है ठीक वैसे ही फिटनेस विशेषज्ञ की भी जरुरत तेजी से बढ़ रही है. खेलों में बेहतर प्रदर्शन के लिए खिलाडियों का स्वस्थ रहना बहुत जरुरी होता है. खिलाड़ीयों को मानसिक तौर पर मजबूत और आत्मविश्वास के लिए साइकोलॉजिस्ट की भी जरुरत होती है.
खेल पत्रकारिता:
अगर आपके पास खेलों के बारे में अच्छी खासी जानकारी और लिखने में दिलचस्पी है तो यह आपके लिए एक बेहतर करियर विकल्प साबित हो सकता है. इसके लिए आप सीधे तौर पर अखबारों या मैग्जीन की तरफ रुख कर सकते हैं. इसके अलावा आप फ्रीलांस राइटिंग भी कर सकते हैं. जहाँ आपको नाम, पैसा और शोहरत सबकुछ मिलेगा.
स्पोर्ट्स मार्केटिंग:
जो दिखता है वहीँ बिकता है! किसी भी क्षेत्र में अधिक से अधिक पैसा जुटाने के लिए बेहतर मार्केटिंग की जरुरत पड़ती है. आज खेल के मैदान में खिलाड़ी से लेकर उनके पहनावे तक सबकुछ ब्रांडिंग से जुड़ा होता है. स्पोर्ट्स कंपनियों के लिए विज्ञापन जुटाना, टिकटों की बिक्री का जिम्मा स्पोर्ट्स मार्केटिंग मैनेजर का होता है. स्पोर्ट्स गुड्स, स्पोर्ट्स वियर आदि बनाने वाली कंपनियां भी मार्केटिंग मैनेजर नियुक्त करती हैं. खेल में दिलचस्पी के साथ-साथ मार्केटिंग के गुर रखनेवाले लोगों के लिए यह एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है.