31 अक्टूबर 2024 को सुबह 9:23 बजे हिमाचल प्रदेश के किन्नौर क्षेत्र में भूकंप के झटके महसबस किए गए. भूकंप की तीव्रता 3.3 मापी गई और इसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था. प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, इस भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है. स्थानीय निवासियों ने भूकंप के झटके महसूस किए, लेकिन राहत की बात यह है कि किसी भी प्रकार की जान या माल का नुकसान नहीं हुआ.
भूकंप के झटके महसूस होते ही लोगों में थोड़ी घबराहट देखी गई, लेकिन वे जल्दी ही अपने-अपने कार्यों में लग गए. भूकंप की घटनाएं अक्सर हिमाचल प्रदेश में होती हैं, जो भौगोलिक स्थिति के कारण प्राकृतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र है.
हिमाचल प्रदेश भौगोलिक दृष्टि से एक संवेदनशील क्षेत्र है, जो तिब्बती प्लेट और भारतीय प्लेट के बीच स्थित है. यह क्षेत्र अक्सर भूकंपीय गतिविधियों का सामना करता है. हिमाचल प्रदेश में भूकंप का इतिहास कई शताब्दियों पुराना है, जिसमें कई महत्वपूर्ण घटनाएं शामिल हैं.
प्रमुख भूकंप की घटनाएं
1905 का कांगड़ा भूकंप
यह हिमाचल प्रदेश का सबसे भयंकर भूकंप माना जाता है, जिसकी तीव्रता 7.8 मापी गई थी. इस भूकंप ने कांगड़ा जिले में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें लगभग 20,000 लोगों की जान गई और लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ.
EQ of M: 3.3, On: 31/10/2024 09:23:57 IST, Lat: 31.47 N, Long: 78.35 E, Depth: 10 Km, Location: Kinnaur, Hmachal Pradesh.
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— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) October 31, 2024
1975 का भूकंप
1975 में भी हिमाचल प्रदेश में एक गंभीर भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 6.4 थी. इसने शिमला और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक नुकसान पहुंचाया.
1986 का भूकंप
1986 में आया भूकंप भी एक महत्वपूर्ण घटना थी, जिसकी तीव्रता 6.0 थी. यह भूकंप भी कांगड़ा जिले में महसूस किया गया और इससे भीषण क्षति हुई.
2015 का भूकंप
25 अप्रैल 2015 को नेपाल में आए भूकंप के झटके हिमाचल प्रदेश में भी महसूस किए गए. इसकी तीव्रता 7.8 थी और इसके बाद भी कई आफ्टरशॉक्स आए.