नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से इसी हफ्ते ऐलान हुआ कि एक मार्च से 60 साल से अधिक उम्र वाले के साथ ही किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जायेगा. जिसमें सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में वहीं प्राइवेट अस्पतालों पर पैसे देकर टीका लगाया जायेगा. उस दिन सरकार की तरफ से ऐलान नहीं हुआ था कि प्राइवेट अस्पतालों में कितने पैसे में एक डोज की दवा दी जाएगी. वहीं भारत सरकार की तरफ से शनिवार को ऐलान हुआ कि प्राइवेट अस्पतालों में एक डोज की कीमत 250 सौ रुपये तय की गई है.
सरकार की तरफ से इस ऐलान के बाद बताया गया कि Ayushman Bharat-PMJAY के 10 हजार अस्पतालों और CGHS के 600 से ज्यादा अस्पतालों को COVID Vaccination Centres के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा. राज्यों का अधिकार है कि वह इस काम में Empanelled प्राइवेट अस्पतालों को भी शामिल कर सकते हैं. PSU और सरकारी हेल्थ फैसिलिटी का भी इस्तेमाल करने की छूट है. यह भी पढ़े: मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, COVID-19 वैक्सीनेशन का अगला चरण 1 मार्च से होगा शुरू, प्राइवेट अस्पतालों में देने पड़ेंगे वैक्सीन लगवाने के पैसे
Private hospitals functioning as COVID-19 Vaccination Centres may recover a charge subject to a ceiling of Rs 250 per person per dose: Government of India
— ANI (@ANI) February 27, 2021
देश में कोरोना की दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन दी जा रही है. इन दोनों वैक्सीन को पहले चरण में अब तक स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंट लाइन वर्कर्स को ही दी जा रही थी. जिनमें अब तक करीब एक करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका दिया जा चुका है. जो अब दूसरे चरण में आम लोगों को यह टीका लगने का रहा है. लेकिन दुख की बात है कि देश में कोरोना वैक्सीन की दवा आने बाद भी कोविड-19 के मामले कम नहीं हो रहे हो रहे हैं. बल्कि कोविड-19 के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं.
देश में शनिवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना के 16,488 नए केस सामने आए हैं. जबकि 113 लोगों की मौत हुई हैं. जिसके बाद देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1,59,590 हो गई है. वहीं मरने वालों की संख्या 1,56,938 हो गई है. डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,07,63,451 है.