एयर इंडिया ने 40% तक की कर्मचारियों की सैलरी में की कटौती, पायलट्स बोले 85 फीसदी हुई अंतिम कटौती
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: @indembastana)

नई दिल्ली: एअर इंडिया (Air India) पहले से ही घटे में चल रही थी. जिसकी वजह से क्रू मेंबर्स और पायलट्स की सैलरी देने में एअर इंडिया (Air India)  को पहले ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. वहीं देश में 25 मार्च से लागू लॉकडाउन घोषित होने की वजह से विमान सेवा बंद होने की वजह से उसी मुश्किलें और बढ़ा दी है. ऐसे में  एअर इंडिया को घाटे में चलने के चलते एअर इंडिया (Air India) ने अपने क्रू मेंबर्स और पायलट्स की सैलरी में चालीस फीसदी तक की कटौती है.

क्रू मेंबर्स और पायलट्स की सैलरी  में कटौती के फैसले को लेकर एअर इंडिया की जनरल मैनेजर (इंडस्‍ट्रीयल रिलेशंस) मीनाक्षी कश्‍यप ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि  नागरिक उड्डयन मंत्रालय के निर्देशों और एयरलाइन के बोर्ड ऑफ डायरेक्‍टर्स की मंजूरी के आधार पर कर्मचारियों के भत्‍तों (Allowances) में कटौती की जा रही है. हालांकि, 25,000 रुपये प्रति माह के कुल वेतन वाले कर्मचारियों के भत्‍तों में किसी तरह की कटौती नहीं की गई है. पायलट्स के 11 भत्‍तों में कटौती की गई है. इनमें फ्लाइंग अलाउंस, स्‍पेशल पे, वाइड बॉडी अलाउंस, चेक अलाउंस और इंस्‍ट्रक्‍टर/एग्‍जामिनर अलाउंस में 40 फीसदी की कटौती की गई है. वर्तमान में एयर इंडिया का सैलरी पर हर महीने 230 करोड़ खर्च होता है. यह भी पढ़े: एयर इंडिया की ‘बिना वेतन अवकाश’ योजना पर बोले हरदीप सिंह पुरी, लागत कटौती तो करनी ही होगी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार  यह  कटौती  एक अप्रैल 2020 से लागू होगी. आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइन का कहना है कि कटौती चालीस प्रतिशत है. वहीं  क्रू मेंबर्स और पायलट्स का कहना है कि  अंतिम कटौती (Effective Cut) 85 फीसदी हो गई है. घाटे में चल रही एअर इंडिया हर महीने अपने कर्मचारियों को 230 करोड़ रुपये का भुगतान वेतन और भत्‍तों के तौर पर करती है.

बता दें कि एयर इंडिया पर करीब 70,000 करोड़ रुपये का कर्ज का बोझ है.  सरकार ने इस साल जनवरी में एयर इंडिया की बिक्री किसी निजी इकाई को करने की प्रक्रिया शुरू की है. वित्त वर्ष 2018-19 में एयर इंडिया को करीब 8,500 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. कोरोना वायरस की वजह से यात्रा अंकुशों के चलते दुनियाभर में एयरलाइन कंपनियां बुरी तरह प्रभावित हुई है. भारत ने सभी एयरलाइंस ने लागत कटौती के कदम उठाए हैं. कुछ ने कर्मचारियों के वेतन में कटौती की है, तो कुछ ने छंटनी.और कुछ ने कर्मचारियों को बिना वेतन अवकाश पर भेजा है. (इनपुट आईएएनएस)