Pakistan: इमरान खान के सत्ता से हटने के बाद बिलावल भुट्टो ने कहा, ‘पुराने पाकिस्तान’ में आपका स्वागत है
इमरान खान (File Photo)

इस्लामाबाद, 10 अप्रैल : पाकिस्तान (Pakistan) में विपक्षी दल के शीर्ष नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद उन पर कटाक्ष करते हुए रविवार को कहा, ‘‘हम (आपका) पुराने पाकिस्तान में फिर से स्वागत करते हैं.’’ ‘नया पाकिस्तान’ बनाने के वादे के साथ 2018 में सत्ता में आए खान को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया है. इस तरह, वह देश के इतिहास में अविश्वास प्रस्ताव के जरिये सत्ता से बेदखल किये जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हो गए हैं. खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से बचने के सरकार के कई प्रयासों के बावजूद संयुक्त विपक्ष खान को प्रधानमंत्री पद से हटाने के अपने महीने भर के प्रयासों में सफल रहा, क्योंकि दिन भर चले नाटकीय घटनाक्रम में 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली के 174 सदस्यों ने उनके खिलाफ मतदान किया.

बिलावल ने कहा, ‘‘मैं पूरे मुल्क और इस सदन को बधाई देना चाहता हूं, क्योंकि देश के इतिहास में पहली बार अविश्वास प्रस्ताव सफल हुआ है और हमने इतिहास रच दिया है.’’ इस अवसर पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) अध्यक्ष ने 10 अप्रैल के महत्व को याद करते हुए कहा कि 1973 में इसी दिन देश ने संविधान को मंजूरी दी थी. बिलावल ने अपनी मां को याद करते हुए कहा, ‘‘10 अप्रैल, 1986 को बेनजीर भुट्टो ने अपना निर्वासन खत्म किया और जियाउल हक के खिलाफ अपना संघर्ष शुरू करने के लिए लाहौर पहुंचीं.’’ पीपीपी के अध्यक्ष ने कहा कि 10 अप्रैल, 2022 को जिस शख्स को विरोधियों ने ‘‘चयनित’’ घोषित किया और जिसने खुद को देश पर ‘‘अलोकतांत्रिक बोझ’’ साबित किया, उसके शासन का अंत हो गया. बिलावल ने कहा, ‘‘आज, 10 अप्रैल 2022 को हम पुराने पाकिस्तान में (आपका) स्वागत करते हैं.’’ बिलावल को अगले विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किए जाने की संभावना है.

खान आर्थिक कुप्रबंधन के दावों से परेशान थे क्योंकि उनकी सरकार विदेशी मुद्रा भंडार और मुद्रास्फीति में दोहरे अंकों की गिरावट से जूझ रही थी. पिछले साल खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख की नियुक्ति का समर्थन करने से इनकार करने के बाद वह स्पष्ट रूप से शक्तिशाली सेना का समर्थन भी खो चुके थे. हालांकि अंत में, वह सहमत हुए, लेकिन इसने शक्तिशाली सेना के साथ उनके रिश्ते बिगाड़ दिए, जिसने 75 वर्षों में आधे से अधिक समय तक, तख्तापलट की आशंका वाले देश पर, शासन किया है और अब तक सुरक्षा और विदेश नीति के मामलों में अपनी ताकत का इस्तेमाल किया है. लरकाना के सांसद बिलवाल ने कहा कि वह महज तीन से चार साल पहले ही नेशनल असेंबली में शामिल हुए लेकिन इस दौरान उन्होंने जो कुछ भी सीखा है, वह शायद आजीवन सीखने से कहीं अधिक है. बिलावल ने कहा, ‘‘मेरे पास पाकिस्तानी युवाओं के लिए एक संदेश है कि उन्हें अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि कुछ भी असंभव नहीं है. लोकतंत्र विरोध दर्ज कराने का सबसे अच्छा माध्यम है. पाकिस्तान जिंदाबाद.’’ यह भी पढ़ें : Pakistan: शहबाज शरीफ बनेंगे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, बिलावल भुट्टो हो सकते हैं नए विदेश मंत्री

पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ, जिन्हें नए प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने की उम्मीद है, ने कहा कि संयुक्त विपक्ष केंद्र में सरकार बनाने के बाद अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई नहीं करेगा. उन्होंने कहा, ‘‘...हम सभी लोगों को उनकी कुर्बानी के लिए शुक्रिया अदा करते हैं और अब एक बार फिर संविधान और कानून पर आधारित पाकिस्तान अस्तित्व में आने वाला है.’’ पीएमएल-एन के अध्यक्ष ने इमरान खान के निष्कासन के बाद नेशनल असेंबली से कहा, उम्मीद है कि गठबंधन देश को प्रगति की ओर ले जाएगा. शहबाज ने कहा कि यह पाकिस्तान में संभवत: पहली बार देश की बेटियों और बहनों को जेल भेजा गया, लेकिन वह अतीत को भूलकर आगे बढ़ना चाहते हैं.

शहबाज ने कहा, ‘‘समय आने पर हम विस्तार से बोलेंगे, लेकिन हम मुल्क के जख्मों को भरना चाहते हैं. हम निर्दोष लोगों को जेल नहीं भेजेंगे और हम बदला नहीं लेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कानून अपना काम करेगा. न तो मैं, न बिलावल और न ही मौलाना फजलुर रहमान हस्तक्षेप करेंगे. कानून को बरकरार रखा जाएगा और हम न्यायपालिका का सम्मान करेंगे.’’ पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम शरीफ ने भी फैसले की सराहना की और ट्वीट किया, ‘‘मेरे प्यारे पाकिस्तान के लिए बुरा सपना खत्म हो गया है. ठीक करने और दुरूस्त करने में समय लगेगा. पाकिस्तान जिंदाबाद, नवाज शरीफ जिंदाबाद.’’