मुंबई: डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपये (Rupee) में सोमवार को फिर कमजोरी आई. पिछले सत्र से 22 पैसे की कमजोरी के साथ खुलने के बाद देसी करेंसी लंबे अरसे के बाद फिर फिसलकर 75 रुपये प्रति डॉलर से नीचे आ गई है. आरंभिक कारोबार के दौरान देसी करेंसी का भाव 75.13 रुपये प्रति डॉलर तक टूटा, जो कि करीब साढ़े आठ महीने का निचला स्तर है. वहीं, दुनिया की छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स बीते सत्र से 0.15 फीसदी की मजबूती के साथ 92.30 पर बना हुआ था. जरुरी जानकारी | लगातार पांचवें सत्र में रुपये में गिरावट, 15 पैसे की हानि के साथ 74.73 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसीडेंट (करेंसी व एनर्जी रिसर्च) अनुज गुप्ता (Anuj Gupta) ने बताया, घरेलू शेयर बाजार (Share Market) में आई गिरावट के कारण देसी करेंसी की चाल सुस्त पड़ गई है. उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह भी डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी आई. उन्होंने बताया कि डॉलर के मुकाबले रुपया चार अगस्त 2020 के बाद के निचले स्तर पर आ गया है, जब देसी करेंसी में 75.17 रुपये प्रति डॉलर पर कारोबार देखने को मिला था.
गुप्ता के अनुसार, घरेलू मुद्रा में आगे 75.50 रुपये प्रति डॉलर तक का लेवल देखा जा सकता है. जानकार बताते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की बांड खरीदने की योजना के कारण बीते सप्ताह रुपये में कमजोरी आई और अब शेयर बाजार में बिकवाली होने के कारण देसी करेंसी पर दबाव देखा जा रहा है.
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि रुपये में कमजोरी की तीन प्रमुख वजह है. पहली यह कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली हुई है और देश में कोरोना के बढ़ते केस से कारोबारी रुझान सुस्त पर गया है. वहीं, तीसरी वजह यह भी है कि डॉलर इंडेक्स में मजबूती आई है.
उधर, देश में कोरोना का कहर लगातार गहराता जा रहा है. बीते 24 घंटे में पूरे देश में कोरोनावायरस संक्रमण के 1.69 लाख नये केस आने की रिपोर्ट है.