मुंबई, नौ अप्रैल कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से आर्थिक मोर्चे पर दिक्कतों की वजह से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट आई और शुक्रवार को यह 15 पैसे और हल्का हो 74.73 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ
गत चार नवंबर के बाद रुपये का न्यूनतम स्तर है।
कोविड-19 महामारी के फिर से फैलने, घरेलू शेयर बाजार की गिरावट और अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने जैसे कारणों से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 74.75 पर खुला और दिन के कारोबार के दौरान इसमें 74.53 से 74.96 के दायरे में उतार चढ़ाव हुआ।
इन पांच दिनों में रुपये में 161 पैसे की गिरावट हुई है।
इस बीच, विश्व की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक, 0.25 प्रतिशत मजबूत होकर 92.29 पर पहुंच गया।
कच्चे तेल का वैश्विक मानक माने जाने वाले ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63.01 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, 30 शेयरों पर आधारित बंबई शेयर सूचकांक 154.89 अंक की गिरावट के साथ 49,591.32 अंक पर बंद हुआ।
शेयर एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और बृहस्पतिवार को 110.85 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध खरीद की।
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