Russia Ukraine War: रूस ने यूक्रेनी थिएटर को धमाके से उड़ाया, अदंर मौजूद थे 1000 से अधिक शरणार्थी
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Russia Ukraine War, 17 मार्च:  यूक्रेन का दावा है कि रूस ने एक थिएटर को धमाके से नष्ट कर दिया, जिसमें एक हजार से अधिक लोग अंदर थे. स्थानीय परिषद मारियुपोल का कहना है कि "आक्रमणकारियों ने नाटक थियेटर को नष्ट कर दिया, जहां एक हजार से अधिक लोगों ने शरण ले रखी थी. हम इसे कभी माफ नहीं करेंगे." राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को ‘‘युद्ध अपराधी’’ कहा

यूक्रेन-रूस के बीच जंग का आज 22वां दिन है. छह देशों ने यूक्रेन में मानवीय स्थिति पर चर्चा करने के लिए आज यूएनएससी की आपातकालीन बैठक बुलाई है. 21वें दिन यूक्रेन की ओर से दावा किया गया कि उसने रूस की सेना को भारी नुकसान पहुंचाया है. आपातकालीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक आज दोपहर 3 बजे यूक्रेन में मानवीय स्थिति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है. बैठक को अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, अल्बानिया, आयरलैंड और नॉर्वे ने बुलाया है.

यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच बातचीत

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की युद्धविराम पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ जल्द बातचीत कर सकते हैं. रूस के साथ शांति वार्ता के लिए यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य पोडोल्याक ने कहा, "जाहिर है, इस युद्ध को समाप्त करने का एकमात्र तरीका दोनों राष्ट्रपतियों के बीच सीधी बातचीत है, और यही हम वर्तमान वार्ता में काम कर रहे हैं" समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अधिकारी के हवाले से कहा कि दोनों नेताओं की बैठक के दौरान जिन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं, उन्हें तैयार करने का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि यूक्रेनी पक्ष को बहुत उम्मीद है कि युद्ध पर विराम लग जाएगा.

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) ने बड़ा फैसला सुनाया है. आईसीजे ने रूस को यूक्रेन में तुरंत युद्ध को रोकने का आदेश दिया है. बुधवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने रूस समर्थित देशों से इस मामले में दूरी बनाए रखने के लिए कहा. ICJ ने कहा "जो फैसला कोर्ट का होगा वो सभी पक्षों के लिए बाध्य माना जाएगा."

जंग को खत्म करने को लेकर दोनों देशों के बीच अबतक चार दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन इसका अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला है. इस युदध में अबतक सैकड़ों आम नागरिक और हजारों सैनिक मारे जा चुके हैं. जबकि लाखों लोग अब तक देश छोड़कर जा चुके हैं.