न्यूजीलैंड पिछले 18 महीनों में दूसरी बार मंदी की चपेट में आ गया है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक़, दिसंबर 2023 तक की तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 0.1% सिकुड़ गई है. प्रति व्यक्ति आय के लिहाज से यह गिरावट और भी ज्यादा, 0.7% रही.
यह गिरावट सितंबर तिमाही में देखे गए 0.3 फिसदी के संकुचन के बाद आई है, जिसे आर्थिक रूप से मंदी माना जाता है. बता दें कि न्यूजीलैंड पिछले 18 महीनों में दूसरी बार मंदी का सामना कर रहा है.
सरकारी आंकड़ा एजेंसी Stats NZ के अनुसार, न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था पिछले पांच तिमाहियों में से चार में नकारात्मक रही है और सालाना विकास दर सिर्फ 0.6% रही है. यह गिरावट काफी हद तक अनुमानित थी. न्यूजीलैंड के केंद्रीय बैंक ने भी आर्थिक गतिविधियों में स्थिरता का अनुमान लगाया था, जबकि अर्थशास्त्रियों का मानना था कि अर्थव्यवस्था में मामूली गिरावट या बहुत कम बढ़त देखी जा सकती है.
BREAKING: New Zealand enters recession
— The Spectator Index (@spectatorindex) March 20, 2024
प्रति व्यक्ति आय के आंकड़े और भी चिंताजनक हैं, पिछले पांच तिमाहियों में औसतन 0.8% की गिरावट दर्ज की गई है.
हालांकि प्रशांत महासागर के इस द्वीपीय देश की अर्थव्यवस्था को कुछ सहारा प्रवासियों की रिकॉर्ड संख्या से मिला है. साल 2023 में न्यूजीलैंड में 141,000 से ज्यादा लोग आए, जो अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है. अगर यह जनसंख्या वृद्धि न होती तो न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था और भी तेजी से नीचे गिर रही होती.
सरकार के नियमन मंत्री डेविड सीमोर का कहना है कि मौजूदा आर्थिक स्थिति के चलते आगामी बजट में कटौती की जाएगी, जिसमें सरकारी कर्मचारियों की संख्या कम करना भी शामिल है. सीमोर ने कहा, "हम मंदी का सामना कर रहे हैं, लेकिन यह आपके लिए कोई नई बात नहीं होगी, क्योंकि आप पहले से ही इसका असर महसूस कर रहे हैं."