लाफिंग गैस की लत से खराब होती युवाओं की सेहत
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

अमेरिका और यूरोप में कई सरकारें और प्रशासन लाफिंग गैस यानि नाइट्रस ऑक्साइड के इस्तेमाल कर काबू पाना चाहती हैं. इसकी वजह यह है कि यहां बहुत से युवा इसे पार्टी में ली जाने वाली नशीली दवा के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं.जब मैं 17 साल की थी, तब मैंने पहली और आखिरी बार मौज-मस्ती के लिए लाफिंग गैस यानी नाइट्रस ऑक्साइड का इस्तेमाल किया था. मेरे कुछ दोस्तों ने ही मुझे यह दिया था. यह किराने की दुकान पर बेचा जाता था. शुरुआत में मैं इसे लेकर हिचकिचा रही थी, लेकिन जब मुझे पता चला कि सुपरमार्केट में इसे आसानी से और कानूनी रूप से खरीदा जा सकता है, तो मेरी चिंता थोड़ी कम हो गई. मैंने सोचा, "अगर यह वाकई में इतना नुकसानदेह होता, तो इसे कोई भी आसानी से कैसे खरीद सकता है?”

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स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस पार्टी ड्रग के इस्तेमाल की शुरुआत अकसर ऐसे ही होती है. कई बार दोस्त ही एक-दूसरे को हंसने वाली गैस यानी लाफिंग गैस लेने के लिए कहते हैं और यह भी बताते हैं कि इससे कोई नुकसान नहीं होता. दुकानों में मिलने वाली व्हिप्ड क्रीम के डिब्बों पर कोई चेतावनी ना होने की वजह से बच्चे इसे सच भी मान सकते हैं. इसे लेने के लिए ड्रग बेचने वाले किसी डीलर को ढूंढने या कम से कम 21 साल का होने की जरूरत नहीं होती.

कई किशोरों को पता नहीं होता कि यह कितना खतरनाक है

2018 में फ्रंटियर्स इन साइकिएट्री नामक जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया कि ब्रिटेन में जिन किशोरों ने लाफिंग गैस के बारे में सुना था उनमें से 92 फीसदी को इसके इस्तेमाल से होने वाले किसी दुष्प्रभाव की जानकारी नहीं थी.

अब सरकारें इस पदार्थ के इस्तेमाल को नियंत्रित करने पर विचार कर रही हैं. ब्रिटेन ने 2023 में नाइट्रस ऑक्साइड पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून पारित किया. नीदरलैंड्स में इसे ड्रग की कैटगरी में शामिल किया गया. वहीं, मई 2024 में, लुइसियाना अमेरिका का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने खुदरा दुकानों में लाफिंग गैस की बिक्री पर रोक लगा दी है. जर्मनी में भी इस पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी की जा रही है.

इस बीच बड़ा सवाल यह है कि आखिर प्रतिबंध लगाने की जरूरत क्यों है? नाइट्रस ऑक्साइड का इस्तेमाल क्यों हानिकारक है? यह किस तरह से आपके स्वास्थ्य पर असर डालता है?

लाफिंग गैस क्या है और यह आसानी से क्यों उपलब्ध है?

नाइट्रस ऑक्साइड को ही लाफिंग गैस या हंसाने वाली गैस कहा जाता है. यह पूरी तरह एक गैस है, जिसका इस्तेमाल दवा के तौर पर रोगियों को राहत पहुंचाने के लिए किया जाता है. जैसे, बच्चे के जन्म के दौरान या जब बच्चों के दांत निकल रहे हों. नाइट्रस ऑक्साइड एक ऐसा पदार्थ है जिसे लेने से कुछ देर के लिए अच्छा महसूस होता है. इसे लोग ‘हेड रश' कहते हैं. इसे लेने से आपका सिर हल्का महसूस हो सकता है, चक्कर आ सकते हैं या आप भ्रमित हो सकते हैं.

जब मौज-मस्ती के लिए इस गैस का इस्तेमाल किया जाता है, तो इसका नशा बहुत देर तक नहीं रहता. बस 30 सेकंड से 1 मिनट तक ही रहता है. इसे लेने वाले लोग एक बार में इसे कई बार सूंघ सकते हैं. मेडिकल इस्तेमाल के अलावा, नाइट्रस ऑक्साइड का इस्तेमाल व्हिप्ड क्रीम बनाने में भी किया जाता है. इसलिए, यह आपके आस-पास की किराना दुकान पर मिल जाता है. कई यूरोपीय देशों में तो यह छोटी दुकानों और कियोस्क पर भी मिल जाता है. अमेरिका में इसे वेप बेचने वाली दुकानों पर भी बेचा जाता है.

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि 2017 से नाइट्रस ऑक्साइड बेचने वाले दुकानों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. लंदन के क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी में छात्रों द्रारा चलाए गए एक अभियान ‘नाइट्रस ऑक्साइड: इसके खतरों के बारे में जानें' से यह जानकारी मिली है.

क्या नाइट्रस ऑक्साइड की लत लग सकती है?

शोधकर्ताओं ने तथाकथित ‘मेटा अध्ययन' (पूर्व के कई शोधों का मूल्यांकन) के जरिए यह पता लगाने का प्रयास किया कि क्या नाइट्रस ऑक्साइड की लत लग सकती है? इस अध्ययन को अक्टूबर 2023 में ‘एडिक्शन' नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया.

शोधकर्ताओं ने पाया कि हालांकि अभी तक इस पर बहुत कम शोध हुए हैं, फिर भी जो शोध किए गए हैं उनसे पता चलता है कि बहुत ज्यादा मात्रा में नाइट्रस ऑक्साइड लेने वाले लोगों में कम से कम चार चीजें पाई गईं हैं जिनसे किसी पदार्थ की लत लगने का पता चलता है. इस स्टडी के अंत में रिसर्चरों ने यह निष्कर्ष निकाला कि नाइट्रस ऑक्साइड से ‘नशे की लत लग सकती है.' उन्होंने यह भी सलाह दी कि जब तक इस पर और ज्यादा शोध न हो जाए, तब तक इसे ‘संभावित रूप से नशे की लत वाले पदार्थ' के तौर पर माना जाना चाहिए.

कितना आम है लाफिंग गैस का इस्तेमाल?

मौज-मस्ती के लिए लाफिंग गैस का इस्तेमाल हर देश में अलग-अलग तरह से किया जाता है. उदाहरण के लिए, ब्रिटेन उन देशों में से एक है जहां अवैध रूप से नाइट्रस ऑक्साइड का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है. ब्रिटिश सरकार की 2020 की एक रिपोर्ट में चेतावनी दी गई थी कि 16 से 24 साल के लोगों के बीच मौज-मस्ती के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सबसे सामान्य ड्रग्स की सूची में नाइट्रस ऑक्साइड दूसरे नंबर पर है. यूरोप के अन्य देशों और अमेरिका में भी लोग इसे नशा करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. कथित तौर पर, ऐसे लोगों की संख्या बढ़ रही है.

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चीन में नाइट्रस ऑक्साइड के इस्तेमाल पर 2018 में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि किशोरों ने विदेश में पढ़ने वाले अपने साथियों से यह आदत सीखी है. ऑस्ट्रेलिया और जापान में मौज-मस्ती के लिए नाइट्रस ऑक्साइड की बिक्री पर रोक है. भारत, मध्य पूर्व और उप-सहारा अफ्रीका जैसी जगहों पर इस ड्रग के इस्तेमाल के बारे में अभी तक कोई खास शोध नहीं हुआ है.

लाफिंग गैस के नुकसान

ऊपर बताए गए शुरुआती और कम समय वाले असर के अलावा, लाफिंग गैस के नियमित इस्तेमाल से दिमाग और तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. मैर ने डीडब्ल्यू को बताया कि नाइट्रस ऑक्साइड के अत्यधिक इस्तेमाल से विटामिन बी-12 निष्क्रिय हो सकता है. विटामिन बी-12 माइलिन बनाने में मदद करता है. माइलिन या माइलिन शीथ तंत्रिकाओं पर पायी जाने वाली एक सुरक्षा परत होती है. इसमें दिमाग और रीढ़ की हड्डी की तंत्रिकाएं भी शामिल हैं.

जब माइलिन का निर्माण नहीं हो पाता है, तो व्यक्ति की तंत्रिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं. इससे शरीर का कोई हिस्सा सुन्न हो सकता है, हाथ और पैर में सुई चुभने जैसा महसूस हो सकता है, संतुलन बिगड़ सकता है और सामान्य कमजोरी हो सकती है. मैर ने कहा कि ब्रिटेन में ऐसे मामले आम तौर पर देखने को मिलते हैं. उन्होंने बताया, "पूर्वी लंदन के रॉयल अस्पताल में फरवरी 2023 में, हर नौ दिन में नाइट्रस ऑक्साइड की वजह से तंत्रिकाएं क्षतिग्रस्त होने का एक मामला सामने आया.” विशेषज्ञों का कहना है कि अगर नाइट्रस ऑक्साइड का भारी मात्रा में सेवन करने वाले व्यक्ति को बी12 की कमी के गंभीर लक्षण दिखाई देने लगे, तो उन्हें तुरंत आपातकालीन सहायता लेनी चाहिए.

ब्रिटिश सरकार ने नाइट्रस ऑक्साइड पर 2023 में एक रिपोर्ट प्रकाशित की. इसके अनुसार, नाइट्रस ऑक्साइड के नियमित इस्तेमाल की वजह से कई समस्याएं हो सकती हैं. जैसे, हाथों और पैरों में झनझनाहट या सुन्न होना, त्वचा पर रेंगने जैसा एहसास, लड़खड़ाते हुए चलना, पैरों के निचले हिस्से में कमजोरी, मांसपेशियों का सख्त होना या जकड़ना, शरीर के अंग काफी ज्यादा सक्रिय होना, जैसे कि मांसपेशियों का अनियंत्रित रूप से हिलना, पेशाब या शौच रोकने में परेशानी, यौन क्रिया में समस्या वगैरह. अगर जल्द ही इलाज शुरू किया जाए, तो नाइट्रस ऑक्साइड से शरीर पर पड़ने वाले नुकसान को ठीक किया जा सकता है. अगर आपको किसी भी तरह की परेशानी हो रही है और आप असमंजस में हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

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